उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू के मीरां साहिब में एशियन स्कूल के नए परिसर का उद्घाटन किया। वात्सल्यग्राम वृन्दावन की संस्थापक साध्वी ऋतंभरा भी इस अवसर पर उपस्थित रहीं। उपराज्यपाल ने जम्मू में अपनी शाखा शुरू करने के लिए देहरादून, उत्तराखंड के प्रमुख सह-शिक्षा बोर्डिंग स्कूल के प्रबंधन को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठित संस्थान छात्रों को मूल्य आधारित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में बहुत बड़ा योगदान दे रहा है।
उपराज्यपाल ने निजी शिक्षण संस्थानों से आगे आकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा “शिक्षा क्षेत्र में परिवर्तन हमारी प्रतिबद्धता होनी चाहिए। निजी शिक्षण संस्थानों को यह सुनिश्चित करने के लिए कुछ उपाय अपनाने चाहिए कि शिक्षा सभी के लिए सुलभ और सस्ती हो ताकि समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्ग को फायदा हो और शिक्षा क्षेत्र वास्तव में समावेशी हो।”
उद्घाटन समारोह में, उपराज्यपाल ने भारत को एक ज्ञान अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने के लिए माननीय प्रधान मंत्री के मार्गदर्शन में शुरू किए गए शैक्षिक सुधारों के बारे में बात की और कहा “हमारे शिक्षा क्षेत्र ने तीन दशकों से अधिक समय तक ठहराव देखा है। इससे समाज के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा और देश का आत्मविश्वास डगमगा गया। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने समाज में नया आत्मविश्वास जगाया। उन्होंने भारत के प्राचीन गौरव को बहाल किया है।”
उपराज्यपाल ने शिक्षण समुदाय से व्यावहारिक, अनुभवात्मक और सहयोगात्मक शिक्षा को प्रोत्साहित करने और छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए एक सक्षम वातावरण विकसित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्र के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण संसाधनों में से एक युवा है। शिक्षा को विकसित भारत की दिशा में भारत की यात्रा में युवाओं के योगदान को मजबूत करना चाहिए।
इस अवसर पर एडीजीपी जम्मू आनंद जैन, अध्यक्ष एशियन स्कूल देहरादून मदनजीत सिंह, प्रबंध निदेशक आरडीआई इंडिया राजीव गुप्ता, अध्यक्ष न्यू गांधी मेमोरियल एजुकेशनल सोसाइटी अंकुश महाजन, विद्यालय प्रबंधन के सदस्य, शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।