उपायुक्त यासीन एम. चैधरी ने जिले में हाल ही में शुरू की गई पीएम विश्वकर्मा योजना को लागू करने के तौर-तरीकों पर चर्चा करने हेतु एक बैठक की अध्यक्षता की।उपायुक्त ने पीएम विश्वकर्मा योजना के कार्यान्वयन से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिसमें कार्यान्वयन ढांचा, व्यापारों का कवरेज, लाभ प्राप्त करने के लिए प्रक्रिया प्रवाह, कारीगरों के लिए उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच बढ़ाने के लिए वित्तीय प्रावधान शामिल हैं।
ये कारीगर अर्थव्यवस्था के अनौपचारिक या असंगठित क्षेत्र का गठन करते हैं और स्व-रोजगार वाले पारंपरिक शिल्पकार हैं।बैठक के दौरान, लाभार्थियों की पहचान और सत्यापन और पंजीकरण प्रक्रिया सहित सभी संबंधित विभागों की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों पर विस्तार से चर्चा की गई।
इसके अलावा, जीएम डीआईसी, एडी हथकरघा और हस्तशिल्प, जिला अधिकारी केवीआईबी और कार्यक्रम प्रबंधक एनआरएलएम को इस योजना के तहत सभी पात्र मामलों की पहचान करने और उन्हें लाभान्वित करने के लिए जागरूकता अभियान के लिए संयुक्त रूप से कार्यक्रम की योजना बनाने का निर्देश दिया गया।
उपायुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि कॉमन सर्विस सेंटर को योजना के तहत लाभार्थियों का सुचारू नामांकन सुनिश्चित करना चाहिए। लाभार्थियों का आगे सत्यापन ग्रामीण विकास विभाग और नगर परिषद पुंछ द्वारा किया जाएगा।उन्होंने लक्ष्य समूह के बीच योजना के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रत्येक तहसील में होर्डिंग्स लगाने का भी निर्देश दिया।
विशेष रूप से, पीएम विश्वकर्मा योजना कई प्रकार के लाभ प्रदान करती है, जिसमें 15,000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन, 500 रुपये के दैनिक वजीफे के साथ कारीगर प्रशिक्षण, डिजिटल लेनदेन और विपणन सहायता हेतु 5 प्रतिषत की रियायती ब्याज दर पर 1 लाख रुपये तक संपार्शि्वक-मुक्त क्रेडिट सहायता (पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किश्त) शामिल है।
यह भी बताया गया कि सरकार ने शुरुआत में पीएम विश्वकर्मा के तहत 18 से अधिक व्यवसायों को मान्यता दी, जिनमें बढ़ई, नाव निर्माता, कवच बनाने वाला, लोहार, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाला, सुनार, कुम्हार, मोची, राजमिस्त्री, टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता, कयर बुनकर, गुड़िया और खिलौना निर्माता, नाई, माला निर्माता, धोबी, दर्जी और मछली पकड़ने का जाल निर्माता शामिल हैं।
बैठक में महाप्रबंधक डीआईसी पुंछ, सहायक निदेशक हथकरघा, अधीक्षक आईटीआई पुंछ, एलडीएम जेएंडके बैंक, जिला प्रबंधक सीएससी पुंछ और अन्य ने भाग लिया।