अतिरिक्त मुख्य सचिव कृषि उत्पादन अटल डुल्लू ने नागरिक सचिवालय में आयोजित चालू वित्तीय वर्ष के लिए प्रस्तावित वार्षिक कार्य योजना के संबंध में मिशन फॉर इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट ऑफ हॉर्टिकल्चर की राज्य स्तरीय कार्यकारी समिति की अध्यक्षता की।
एसीएस, जो एसएलईसी के अध्यक्ष भी हैं, ने जम्मू और कश्मीर संभागों में बड़े पैमाने पर उच्च घनत्व वाले वृक्षारोपण की योजना बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने मंगला राय समिति द्वारा सुझाई गई कायाकल्प गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा की, धन की स्थिति के बारे में पूछताछ की और परियोजनाओं की त्वरित योजना और निष्पादन का आह्वान किया।
अटल डुल्लू ने कहा, ‘‘हमें थोड़े समय के भीतर पूरे जम्मू और कश्मीर में बागवानी और संबद्ध क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर प्रगति करनी है।‘‘एसीएस को कोल्ड स्टोरेज, सीए स्टोर, पिक-अप वैन और अन्य बुनियादी ढांचे की स्थापना सहित सब्जी उत्पादन बढ़ाने के लिए योजना बनाई गई जिलेवार गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई।
इसके अलावा, एसीएस के समक्ष स्मार्ट-स्वचालित और नियमित ग्रीनहाउस स्थापित करने की योजना भी प्रस्तुत की गई।बैठक में संरक्षित खेती, विदेशी फसलों की खेती, वृक्षारोपण बुनियादी ढांचे के विकास, पुश्पकृशि, सुगंधित पौधों की खेती, जैविक खेती, बागवानी मशीनीकरण, मानव संसाधन विकास और कटाई के बाद के प्रबंधन सहित कई अन्य गतिविधियों पर भी चर्चा हुई।
एसीएस ने विभागीय प्रमुखों और अन्य सदस्यों को यूटी में बागवानी क्षेत्र के विकास के लिए सभी फंड का प्रभावी ढंग से उपयोग करने और उन्हें लागू करने का निर्देश दिया। जम्मू में, बैठक में निदेशक कृषि के.के. शर्मा सहित समिति के सदस्यों, निदेशक बागवानी राम सेवक, सहायक निदेशक योजना ने भाग लिया, जबकि कश्मीर के अधिकारियों सहित निदेशक बागवानी उत्पादन और विपणन, विकास शर्मा और अन्य ने ऑनलाइन भाग लिया।