लेग स्पिनर रयान बर्ल (10 रन पर पांच विकेट) की घातक गेंदबाजी की बदौलत जिम्बाब्वे ने तीसरे और अंतिम वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया पर शनिवार को तीन विकेट से ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इस मैच में हार के बावजूद ऑस्ट्रेलिया ने यह सीरीज 2-1 से जीती।
तीसरे मुकाबले में ओपनर डेविड वार्नर को छोड़कर ऑस्ट्रेलिया का कोई भी बल्लेबाज विकेट पर टिक नहीं पाया और उसके नौ बल्लेबाज दहाई की संख्या में नहीं पहुंच सके। वार्नर ने 96 गेंदों पर 94 रन बनाये लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम 31 ओवर में 141 रन पर लुढ़क गयी।
जवाब में जिम्बाब्वे ने 39 ओवर में सात विकेट पर 142 रन बनाकर यादगार जीत हासिल कर ली। बर्ल को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला जबकि ऑस्ट्रेलिया के एडम जम्पा प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे। जिम्बाब्वे ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी।
ऑस्ट्रेलिया की शुरूआत खराब रही और उसने 18 ओवर तक अपने पांच विकेट 72 रन पर गंवा दिए। वार्नर ने आलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल के साथ छठे विकेट के लिए 57 रन की साझेदारी की। इस बीच वार्नर ने अपना 26वां वनडे अर्धशतक पूरा किया लेकिन बर्ल ने दूसरे छोर पर ऑस्ट्रेलियाई पारी को समेटना शुरू कर दिया।
ग्लेंन मैक्सवेल (19) और एश्टन एगर (0) उनके पहले दो शिकार बने। बर्ल ने आखिर वार्नर के संघर्ष को समाप्त कर दिया। उन्होंने फिर मिचेल स्टार्क (2) और जोश हेजलवुड (0) को आउट कर तीन ओवर में मात्र 10 रन देकर अपने पांच विकेट पूरे किये।
जिम्बाब्वे को ताकुडवनाशे काइटानो और तड़िवनाशे मारुमानी ने 38 रन की ठोस शुरूआत दी। जिम्बाब्वे ने फिर अपने कुछ विकेट जल्दी-जल्दी गंवाए लेकिन कप्तान रेजिस चकाब्वा ने नाबाद 37 रन बनाकर अपनी टीम को जीत की मंजिल पर पहुंचाया।
ओपनर तड़िवनाशे मारुमानी ने 35 रन बनाये। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज स्टार्क ने बर्ल को आउट कर अपना 200वां शिकार किया। लेकिन जिम्बाब्वे ने संयम के साथ खेलते हुए तीन विकेट से जीत हासिल की। जिम्बाब्वे की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 33 प्रयासों में यह तीसरी जीत है।
उनकी पहली जीत 2014 में हरारे में आयी थी। यह पहला मौका है जब जिम्बाब्वे ने ऑस्ट्रेलिया को उसी की जमीन पर वनडे में हराया है।