सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो गई थी कि Mehbooba Mufti ने शरद पवार से
Mamata Banerjee को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने को लेकर चर्चा की थी। जैसे कि आप जानते ही हैं कि ममता बनर्जी की तरफ से मार्गरेट अलवा के समर्थन में वोट ना करने का फैसला लिया जा चुका है। इसलिए ममता महबूबा मुफ्ती को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाना चाहती थी। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।
विपक्ष ने उम्मीदवार घोषित करने से पहले TMC से कोई सलाह नहीं की और बिना बताए मार्गरेट अलवा को उम्मीदवार बना दिया, इसी वजह से ममता बनर्जी नाराज है। इसी बीच एक आर्टिकल में भी दावा किया गया है कि ममाता बनर्जी Mehbooba Mufti को उम्मीदवार बनाना चाहती थी, लेकिन इसपर विपक्ष एकमत नहीं हो पाया। इससे ममता बनर्जी नाराज बताई जा रही हैं।
महबूबा का नाम सामने आते ही फिल्ममेकर अशोक पंडित ने तंज कसते हुए लिखा है कि अच्छा हुआ कि इन्होंने यासीन मलिक को उम्मीदवार बनाने के बारे में नहीं सोचा। सोशल मीडिया पर लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
One of the 12th failed नाम के यूजर ने लिखा- बीजेपी महबूबा मुफ्ती को सीएम बना सकते हैं लेकिन विपक्ष वाले उनका नाम भी नहीं ले सकते.. राज्यसभा जाने के लिए और मेहनत करनी पड़ेगी।
TrueIndian23 ने लिखा- अच्छा हुआ बीजेपी ने उपराष्ट्रपति पद के लिए साध्वी प्रज्ञा का नाम नहीं लिया।
वहीं संजय नाम के यूजर ने लिखा कि बिट्टा कराटे, यासीन मलिक से ज्यादा अच्छे उम्मीदवार हो सकते हैं।