बाप के जाने का दुख तो हमेशा रहेगा, लेकिन घर चलता रहेगा, जिंदगी पटरी पर आएगी। उदयपुर में 28 जून को मारे जाने वाले टेलर कन्हैयालाल तेली के दोनों बेटों ने शुक्रवार को सरकारी नौकरी ज्वाइन कर ली। उदयपुर के जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने उन्हें जिला कोष कार्यालय में सरकारी बाबू के पद पर ज्वाइन करवाया। दोनों के चेहरे पर बाप के जाने का दुख साफ दिखाई दे रहा था।
इस हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नियमों को शिथिल करते हुए दोनों बेटों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। अशोक गहलोत ने अपना वादा पूरा किया। कन्हैयालाल तेली के दोनों बेटे तरुण (19) को शहर और छोटे बेटे यश (18) को ग्रामीण कार्यालय में नियुक्ति दी गई है। दोनों बेटों ने निर्देशों का पालन करते हुए शुक्रवार को शुभ मुहूर्त देखकर कोषाधिकारी कार्यालय में बाबू के पद पर ज्वाइनिंग दी।
कन्हैया के बड़े बेटे तरुण ने नौकरी ज्वाइन करने से पहले पिता की तस्वीर के सामने सिर झुका कर आशीर्वाद लिया। उसके बाद मां ने ईमानदारी की सीख देते हुए ज्वाइनिंग के लिए रवाना किया। तरुण साहू ने नौकरी के लिए सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया।
तरूण ने कहा कि पिता की हत्या के मामले में एनआईए द्वारा जो जांच चल रही है उससे भी वे पूरी तरह संतुष्ट हैं। बस अपराधियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा मिले। इस बात का इंतजार है। पिता की हत्या के बाद समाज, सरकार और तमाम नेताओं ने जो परिवार का साथ दिया, उसको कभी नहीं भुलाया जा सकता है। हम पूरी ईमानदारी से अपना काम करेंगे, कभी गलत रास्ते पर नहीं जाएंगे।