पर्यटन सचिव सरमद हफीज ने बांदीपोरा जिले का दौरा कर जिले में पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु किए जा रहे उपायों की समीक्षा की।उपायुक्त बांडीपोरा ड. ओवैस अहमद और निदेशक पर्यटन जी.एन. इत्तू, एडीडीसी मोहम्मद अशरफ हकाक, एडीसी बांडीपोरा वसीम राजा, संयुक्त निदेशक योजना और अन्य संबंधित अधिकारी बैठक में शामिल हुए।
उपायुक्त ने सचिव को जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु उठाये जा रहे कदमों और विकसित किये जा रहे बुनियादी ढांचे से अवगत कराया। उन्हें जानकारी दी गई कि वुलर, गुरेज, शीरासर सहित जिले के पर्यटन स्थलों पर आधारभूत संरचना विकसित करने के प्रयास जारी हैं।
डीसी बांडीपोरा ने बताया कि अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु गंतव्यों को विकसित करने और बढ़ावा देने के अलावा संपर्क सड़कों का विकास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए गुरेज और वुलर महोत्सव मनाए जा रहे हैं।
डीसी ने अध्यक्ष को अवगत करवाया कि जिले ने पर्यटन क्षेत्र को प्रोत्साहन देने हेतु तैयार किया है जिसमें वुलर झील में संगीतमय फव्वारा की स्थापना, जैव शौचालय की स्थापना, साइनेज की स्थापना और श्य बिंदुओं के निर्माण के अलावा अन्य सुविधाओं के अलावा पर्यटकों की संख्या बढ़ाने और युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते उत्पन्न करने के लिए तैयार किया गया है।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण के अनुकूल पर्यटन सुनिश्चित करने के लिए गुरेज घाटी में होम स्टे और टेंट आवास को बढ़ावा दिया जा रहा है और स्थानीय युवाओं को होम स्टे स्थापित करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है और टेंट आवास के लिए भी अनुमति दी गई है।
सरमद हफीज ने लोगों से पर्यटकों की सुविधा हेतु और आय सृजन कार्यक्रमों में शामिल होने हेतु होम स्टे के लिए पंजीकरण करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि होम स्टे जमीनी स्तर तक लाभ पहुंचाने और पर्यटन क्षेत्र के माध्यम से स्थानीय लोगों को लाभान्वित करने के लिए है।उन्होंने स्थानीय युवाओं को पर्यटन क्षेत्र में शामिल करने हेतु क्षमता निर्माण कार्यक्रम पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत तक एक भव्य गुरेज उत्सव आयोजित किया जाएगा। बांदीपोरा जिले में पर्यटन विकास और रोजगार सृजन की पर्याप्त संभावनाएं हैं।
प्रशासन ने वुलर के आसपास के क्षेत्रों सहित पर्यटन मानचित्र पर उन्हें लाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों की पहचान की है। पर्यटन क्षेत्र को एक नया मोड़ देने के लिए लघु और दीर्घकालिक उपाय किए जा रहे हैं जो लोगों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को बदल देंगे।