देश में नया विवाद शुरु हो चुका है। आपको जानकर हैरानी होगी कि ये विवाद राष्ट्रीय स्तंभ को लेकर हो रहा है। जैसा कि आप जानते ही हैं कि पिछले कल यानी सोमवार को प्रधानमंत्री Narendra Modi ने एक विशालकाय अशोक स्तंभ का अनावरण किया था, जो कि नये संसद भवन की छत पर लगा है। अब इस स्तंभ को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय चिन्ह (अशोक स्तंभ) को बदल दिया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सोमवार को Asaduddin Owaisi ने भी अनावरण को असंवैधानिक बताया था। ओवैसी ने साफ शब्दों में कहा था कि PM Narendra Modi को अशोक स्तंभ का अनावरण नहीं करना चहिए था। इसके हकदार लोकसभा स्पीकर ओम बिरला हैं। मोदी संसद के प्रमुख नहीं है। वहीं कांग्रेस इस बात से नाराज थी कि दूसरी पार्टियों को कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया।
अब अशोक स्तंभ को बदलने का आरोप आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद Sanjay Singh ने लगाया है। संजय सिंह ने एक ट्वीट को शेयर करते हुए सवाल उठाया कि मैं 130 करोड़ भारतवासियों से पूछना चाहता हूं कि राष्ट्रीय चिन्ह बदलने वालों को राष्ट्र विरोधी बोलना चाहिये कि नहीं बोलना चाहिये।
संजय सिंह ने जो ट्वीट किया उसमें लिखा था कि पुराने अशोक स्तंभ में सिंह जिम्मेदार शासक की तरह गंभीर मुद्रा में दिखता है। वहीं दूसरे (संसद की छत पर लगने वाले) में सिर्फ आदमखोर शासक की भूमिका में खौफ फैलाने वाला जैसा लग रहा है।
वहीं एक यूजर निरज शर्मा ने लिखा- जिस प्रकार नोटों की डिजाइन में छेड़छाड़ करके उनको भद्दा बना दिया उसी प्रकार इस राष्ट्रीय चिन्ह के साथ छेड़छाड़ करके इसे भी भद्दा कर दिया गया है
BJP नेता कपिल मिश्रा ने भी इसपर ट्वीट किया है। उन्होंने संजय सिंह पर तंज कसा है। कपिल ने लिखा- संजय सिंह जी, भगवंत मान जी वाली दवाई पीकर ट्वीट मत किया कीजिये , आप झेल नहीं पाते, अशोक चिन्ह के शेर को आदमखोर कह कर आप केवल खुद की बची खुची इज्जत का केजरीवाल बनवा रहे हो।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस अशोक स्तंभ का वजन 9500 किलोग्राम है, जो कांस्य से बनाया गया है। इसके सपोर्ट के लिए करीब 6500 किलोग्राम वजन वाले स्टील की एक सहायक संरचना का भी निर्माण किया गया है। वहीं खबर ये भी है कि इस नए संसद भवन के निर्माण पर 200 करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च होने का अनुमान है।