Fathers Day Special: हर साल जून का तीसरा महीना होता है ख़ास क्योंकि दुनियाभर में इस दिन फादर्स डे (Father's Day) यानी पितृ दिवस मनाया जाता है। ये दिन भारत के अलावा कई अन्य देशों में भी मनाया जाता है। इस दिन को विशेष रूप से बच्चे अपने पिता के प्रति प्यार और ये एहसास करवाने के लिए मानते है की वे उनकी जिंदगी में कितने ख़ास है। फादर्स डे के दिन हम अपने पिता के द्वारा किए गए बलिदान,त्याग,मेहनत और सम्मान के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं। आइये जानते है की आख़िरकार हर साल के तीसरे महीने ही फादर्स डे को मनाने कि शुरुआत कैसे हुई।
फादर्स डे की शुरुआत
फादर्स डे की शुरुआत अमेरिका से हुई सबसे पहले ये दिन अमेरिका में 19 जून 2010 में मनाया गया था। सबसे पहले इसे अमेरिका में सोनोरा स्मार्ट डॉड ने मनाया था क्योंकि उनकी मां नहीं थी तो उनकी जिंदगी में पिता ने ही माँ,बाप दोनों बनकर उनको खूब प्यार दिया। सोनोरा स्मार्ट डॉड ने अपने प्रति पिता के समर्पण,त्याग,मेहनत को देखते हुए ये सोचा की एक दिन पिता के रूप में भी मनाया जाना चाहिए। जिसके बाद उन्होंने 19 जून 2010 में पहली बार फादर्स डे को मनाया। लेकिन आधिकारिक रूप से 1966 में अमेरिका के राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने इसे फादर्स डे को मनाने की घोषणा हुई थी।
ऐसे मनाये इस दिन को ख़ास
वैसे तो हर बच्चे को अपने माँ-बाप के हर दिन को खास बनाना चाहिए लेकिन फादर्स डे (Fathers Day Special) के इस ख़ास दिन पर पापा को स्पेशल फील कराना चाहते हैं और उनके लिए कुछ खास गिफ्ट करना चाहते हैं तो हम आपको कुछ बेस्ट गिफ्टिंग आइडिआज दे सकते हैं।
फादर्स डे (Fathers Day Special) के इस दिन आप अपने पिता की बेहतर सेहत के लिए एक स्मार्ट वॉच दे सकते हैं, आपके पिता अगर पुराने गानों के शौकीन है तो आप उन्हें सारेगामा कारवां (saregama carvaan) का म्यूजिक प्लेयर गिफ्ट कर सकते हैं इसमें एक साथ 5000 गाने हैं।
यदि हम सबसे बेहतरीन गिफ्ट की बात बात करें तो एक पिता के लिए उसके बच्चे का जिंदगी में कामयाब होना ही सबसे बड़ा उपहार है। अक्सर बच्चे को उसके पिता के नाम से जाना जाता है लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि आप ऐसे मुकाम को छू लें जिससे दुनियां आपके नाम से पिता को पहचाने? इसलिए अपनी जिंदगी में कुछ ऐसा करें की आपके नाम से आपके पिता की बडी पहचान बन सकें।
माँ-बाप बच्चों के लिए जितना करते है उसके लिए सिर्फ़ एक दिन मनाना काफ़ी नहीं है। पिता की बात करें तो जीवन में उनके जितना संघर्ष कोई नहीं कर सकता। माँ जीवन देती है तो पिता उसे जीने का साहस देता है।