क्या आप भी अपने पैरों में अक्सर सूजन (swelling of feet in hindi) महसूस करते हैं? यदि हाँ तो आज हम आपको बताएंगे की ये समस्या क्यों होती है और इसका उपचार कैसे किया जा सकता है। पैरों और एड़ियों में सूजन की समस्या ज़्यादातर बढ़ती उम्र के लोगों को होती है और प्रेग्नेंट महिलाओं में ज्यादा होती है। वैसे तो ये शरीर में सूजन आपको किसी भी अंग में हो सकती है लेकिन यदि आपको सूजन हमेशा पैरों में दिखाई दे रही है तो ये डायबिटीज, बढ़ते यूरिक एसिड से जुड़ी अन्य आदि बीमारियों के संकेत हो सकते हैं। तो आइए यहाँ इस आर्टिकल में इस विषय के बारे में विस्तार से जानें:-
पैरों में सूजन के कारण (feet swelling reason in hindi)
हम अपनी समान्य भाषा में तो इस समस्या को पैरों की सूजन कहते है लेकिन डॉक्टर की भाषा में जाने तो इसे (swelling hindi meaning) पेडल एडिमा कहा जाता है। पैरों में सूजन (swelling of feet in hindi) के वैसे तो कई कारण है लेकिन इसका विशेष कारण पैर में असामान्यरूप से फ्लूइड का बनना है। ऐसा तब होता है जब आप लंबे समय तक या तो बैठे रहते हैं या फिर खड़े रहते हैं। आमतौर पर अधिक गर्म मौसम में खड़े होने से एडिमा की शिकायत हो सकती है।
इसके अलावा ये समस्या और भी बहुत कारण से हो सकती हैं जैसे:-
शरीर का अधिक वजन होना।
पैर में खून के थक्के बनना।
अगर व्यक्ति की उम्र ज्यादा हो तो ये समस्या समान्य है।
पैरों से वापस हृदय तक रक्त के प्रवाह में दिक्कत होना।
पैर से जुड़ी चोट या मोच का आना।
अन्य बीमारियों से जुड़ी दवाइयों का सेवन करना।
पैर में किसी भी प्रकार का संक्रमण होना।
इसलिए यदि आप पैरों की सूजन से परेशान है तो पहले ऊपर दिए गए सभी (feet swelling reason in hindi) कारणों की जाँच कर लें।
ऐसे करें पैरों की सूजन (swelling of feet in hindi) की समस्या का उपचार
सूजन की समस्या को वैसे तो कुछ आसान उपायों से दूर किया जा सकता है। लेकिन यदि परेशानी ज़्यादा है और तो पहले आप डॉक्टर से ही सलाह लेना उचित समझे इसके लिए आप सूजन का पता लगाने के लिए कम्प्लीट ब्लड काउंट और यूरिन टेस्ट कराएं। इससे संबंधी सेल या इन्फेक्शन का पता चलेगा। इसके अलावा चेस्ट एक्सरे, ईसीजी और डॉप्लर स्टडी से भी इसका सही कारण पता लगाया जा सकता है। जिसके बाद ही आप हमारे द्वारा बताए गए उपचार को करने पर विचार करें।
यदि आपको थोड़ी बहुत सूजन (swelling of feet in hindi) रहती है तो आप रात को सोते समय अपने पैर के नीचे एक या दो तकिए रखें, ताकि पैर हार्ट के लेवल से ऊपर रहें। इससे आपको मदद मिलेगी। सूजन को कई बार अपनी दिनचर्या में बदलाव लाकर बी बदला जा सकता है इसके लिए आपको व्यायाम या मालिश आदि को शामिल करना चाहिए इससे आपका ब्लड सर्कुलेश ठीक रहेगा। इसके अलावा यदि ये मेडिकल से संबधित समस्या है तो इसके लिए डॉक्टर से बात करें और उनके द्वारा बताए गए दवा कोर्स को पूरा करें।
नोट: (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है। इसे अपनाने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। 5 Dariya NEWS इसकी कोई पुष्टि नहीं करता है।)