पंजाब को साफ़-सुथरा और हरा-भरा बनाने के लिए सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पी.पी.सी.बी.) को निर्देश दिया कि पंजाब को प्रदूषण मुक्त करने के लिए पूरी शिद्दत से कोशिशें की जाएँ। यहाँ सरकारी आवास में गुरूवार को हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर संभव तरीके से पंजाब को प्रदूषण मुक्त करना पी.पी.सी.बी. का कर्तव्य बनता है।
उन्होंने कहा कि इस लोक कल्याण के काम में किसी भी तरह की ढील बर्दाश्त नहीं की जाएगी और पी.पी.सी.बी. को भूमि, पानी या वायु प्रदूषण का कम से कम होना सुनिश्चित बनाने के लिए कार्यवाही शुरू करनी चाहिए। भगवंत मान ने कहा कि आने वाली पीढिय़ों के लिए पंजाब को बचाने के लिए यह काम समय की ज़रूरत है और इसमें कोई कसर बाकी नहीं रहनी चाहिए।
एक और मसले का जि़क्र करते हुए मुख्यमंत्री ने पी.पी.सी.बी. को राज्य भर में भठ्ठों पर प्रदूषण मुक्त जिग़-ज़ैग तकनीक लागू करने के लिए तत्काल बड़े स्तर पर मुहिम शुरू करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि भठ्ठे के मालिकों को प्रदूषण को बिल्कुल ख़त्म करने के लिए नयी तकनीक अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
भगवंत मान ने स्पष्ट किया कि उल्लंघन करने वाले भठ्ठों के साथ सख़्ती से निपटा जाए और उनके खि़लाफ़ सख़्त से सख़्त कार्यवाही अमल में लाई जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार लोगों को भ्रष्टाचार मुक्त और पारदर्शी प्रशासन देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं होगी।
भगवंत मान ने कहा कि पी.पी.सी.बी. की यह कार्यवाही लोगों को बेहतरीन सेवाएं प्रदान करने के लिए पूरी तरह भ्रष्टाचार मुक्त हो। मुख्यमंत्री ने पी.पी.सी.बी. अधिकारियों को बड़े उद्योगपतियों के साथ तालमेल करने और उनको अपनी इकाईयों में प्रदूषण ख़त्म करने के लिए यह प्रदूषण मुक्त तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित करने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि मुख्य उद्देश्य प्रदूषण रोकने की इस मुहिम में उद्योगपतियों को हिस्सेदार बनाने पर होना चाहिए। भगवंत मान ने पी.पी.सी.बी. को प्रदूषण के खि़लाफ़ इस मुहिम में पूरे सहयोग और समर्थन का आश्वासन दिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए. वेणु प्रसाद, पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन प्रो. डॉ. आदर्श पाल विग्ग और मैंबर सचिव इंजीनियर करुनेश गर्ग मौजूद थे।