रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का IPL फाइनल जीतना का सपना एक बार फिर टूट गया है। KGF के नाम से मशहूर RCB के तीन खिलाड़ी कल पूरी तरह फ्लॉप रहे। KGF मतलब - कोहली, ग्लैन मैक्सवेल और फाफ डु प्लेसिस। हालांकि दिनेश कार्तिक का पूरा सीजन शानदार रहा लेकिन क्वॉलिफायर-2 में वो भी रन बनाने में नाकाम रहे। जिन खिलाड़ियों की बदौलत टीम Play Offs और क्वॉलिफायर 2 में पहुंची वो सारे खिलाड़ी सबसे जरूरी मैच में फ्लॉप रहे। जो खिलाड़ी अब तक टीम के नायक बनते थे, सबसे अहम मुकाबले में वही खलनायक बन गए। RCB क्वालिफायर-2 में हार के साथ टूर्नामेंट से बाहर हुई और राजस्थान फाइनल में पहुंच गई।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की नजर पहली बार खिताब जीतने पर थी लेकिन टीम के स्टार खिलाड़ी बड़े मौके पर फेल नजर आए। बेंगलुरु ने इस मैच में पहले बैटिंग की, सबसे पहले विराट कोहली सिर्फ 7 रन बनाकर चलते बने। उनके बाद कप्तान फाफ डु प्लेसिस को अच्छी शुरुआत मिली लेकिन वह 25 रन ही बना पाए। ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल क्रीज पर आए तो अच्छे टच में दिखे लेकिन 24 रन से आगे अपनी पारी को नहीं बढ़ा पाए। अब बारी थी दिनेश कार्तिक की। सबको उनसे एक शानदार पारी की उम्मीद थी, दिनेश कार्तिक पूरे सीजन में शानदार बल्लेबाजी करते आए हैं। उन्होंने ऐसे ऐसे मैच जिताए हैं जिसमें RCB लगभग हार चुकी थी। इस IPL में शानदार बल्लेबाजी की वजह से ही दिनेश कार्तिक का चयन भारतीय टीम में किया गया।
विराट का बुरा सीजन-
इस IPL में पूरे ही सीजन विराट कोहली रन बनाने के लिए जूझते हुए नजर आए। जहां RCB के पिछले मुकाबले में शानदार पारी खेल उन्होंने अपनी फॉर्म की वापसी के संकेत दिए थे, वहीं उसके बाद दोनों मैंचों में में फ्लॉप नजर आए। जिसके बाद फैंस ने सोशल मीडिया पर उनकी जमकर खिल्ली उड़ाई और ढे़र सारे मीम्स शेयर किए। विराट का ये सीजन शायद IPL करियर का दूसरा सबसे बुरा सीजन रहा है। आईपीएल 2022 विराट कोहली और उनके फैंस के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा। पूरे सीजन विराट कोहली के फैंस उनके बल्ले से शानदार पारी देखने को तरस गए। इस सीजन में कोहली ने 16 मैचों में केवल 22.73 की औसत से 341 रन बनाए। इससे पहले आईपीएल 2008 में विराट कोहली ने 13 मुकाबलों में महज 15 की औसत से 165 रन बनाए थे। ये दोनों सीजन विराट के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं थे।
रजत पाटीदार ने लाज बचाई-
क्वालिफायर-2 में आने से पहले रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ एलिमिनेटर मुकाबला खेला था। तब भी विराट कोहली, फाफ डु प्लेसिस और ग्लेन मैक्सवेल बड़ा स्कोर नहीं बना पाए थे। उस मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ कोहली ने 25, फाफ ने 0 और ग्लेन मैक्सवेल ने 9 रन बनाए थे। RCB की लाज युवा रजत पाटीदार ने बचाई। क्वालिफायर में रजत पाटीदार ने शानदार शतक जड़ा और 112 रनों की पारी खेली। वह प्लेऑफ में शतक जड़ने वाले पहले अनकैप्ड प्लेयर बने थे। जबकि क्वालिफायर-2 में रजत पाटीदार ने राजस्थान के खिलाफ 58 रनों की पारी खेली और अपनी टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
सिराज ने बेड़ागर्क किया-
इस IPL में तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज का प्रदर्शन बेहद ही खराब रहा। वे 15 मैच में सिर्फ 9 विकेट ले सके। इकोनॉमी 10 से ऊपर की रही, जो टी20 के लिहाज से बेहद ही खराब है। वे किसी भी मैच में 3 विकेट नहीं ले सके। उनकी गेंदों पर 30 छक्के भी पड़े। यह एक सीजन में किसी गेंदबाज का सबसे खराब प्रदर्शन है। खराब प्रदर्शन के बावजूद RCB ने उनपर भरोसा रखा और उन्हें लगातार मैच खिलाते रहे। लेकिन सिराज खुद को साबित नहीं कर पाए।
जॉस दा बॉस-
जॉस बटलर टी20 लीग के मौजूदा सीजन में कमाल के फॉर्म में हैं। वे अब तक 4 शतक और 4 अर्धशतक लगा चुके हैं। जॉस 59 की औसत से 824 रन जड़ चुके हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 151 का रहा है। हालांकि कुछ मैचों में उन्हें जीवनदान मिले लेकिन उसके बाद उन्होंने बॉलरों की हालत खराब कर दी। मौजूदा सीजन में जॉस के सिर पर ही औरेंज कैप है।
कैसा रहा कल का मैच-
RCB ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 158 रन बनाए। जॉस बटलर की 106 रन की नाबाद पारी की बदौलत राजस्थान ने बैंगलोर को 158 रन के लक्ष्य को 11 गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया। बैंगलोर को हराने के साथ ही राजस्थान की टीम 14 साल बाद आईपीएल के फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही। रविवार को खिताबी मुकाबले में उसका सामना एक बार फिर से गुजरात टाइटंस से होगा।