कांग्रेस के बुरे दिन कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। कांग्रेस को एक के एक झटके लग रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिग्गज कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया है। सिब्बल ने आज यानी बुधवार को खुलासा किया कि वह निर्दलीय के तौर पर राज्यसभा जाएंगे और सपा उनका समर्थन करेगी। आपकी जानकारी के लिए बात दें कि समाजवादी पार्टी से डिंपल यादव और जावेद अली खान राज्यसभा जाएंगे। इसके बाद कपिल सिब्बल ने ये भी साफ कर दिया कि अब वह कांग्रेस के नेता नहीं रहे। उन्होंने 16 मई को ही अपना इस्तीफा कांग्रेस हाईकमान को सौंप दिया था।
कांग्रेस के जी-23 के प्रमुख बागी रहे सिब्बल ने बड़ी खामोशी के साथ कांग्रेस छोड़ दी। सिब्बल ने कांग्रेस छोड़ने का आज खुद ऐलान किया। सिब्बल ने कहा कि संसद में एक स्वतंत्र आवाज होना महत्वपूर्ण है।अगर एक स्वतंत्र आवाज बोलती है तो लोग मानेंगे कि यह किसी राजनीतिक दल से नहीं है। कांग्रेस से इस्तीफा देकर अब सिब्बल ने राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन भरा है. बुधवार को लखनऊ में सिब्बल ने अपना नामांकन भरा। बता दें कि कपिल सिब्बल, कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक, 23 असंतुष्ट नेताओं के समूह के "जी-23" का हिस्सा थे, जिन्होंने पार्टी के नेतृत्व और संगठन को पूरी तरह से बदलने का आह्वान किया था। सिब्बल ने हाल ही में गांधी परिवार को नेतृत्व पर भी सवाल उठाए थे। जिसके बाद वो काफी चर्चा में रहे थे।
कपिल सिब्बल ने समर्थन के लिए आजम खान का भी शुक्रिया अदा किया। उन्होंने खुद साफ किया कि वह सपा में शामिल नहीं होने जा रहे हैं, बल्कि निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन किया है। सिब्बल ने कहा - मुझे खुशी है कि मैं राज्यसभा का निर्दलीय उम्मीदवार बनने जा रहा हूं। मैं हमेशा इस देश में स्वतंत्र आवाज बनना चाहता था। मुझे खुशी है कि अखिलेश यादव ने इसे समझा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यूकपिल सिब्बल ने हाल ही में लखनऊ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान का प्रतिनिधित्व किया था। आजम खान को दो साल जेल में रहने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया। वहीं अगले महीने राज्यसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 11 सीटें शामिल होंगी।