आगरा के ताजमहल को देकर पूरे देश में सियासत गर्म है। बीजेपी सांसद दीया कुमारी ने दावा किया था कि ताजमहल उनकी जमीन पर बना है। वहीं इसके बाद मुगलिया वंशज प्रिंस तूसी ने राजस्थान के जयपुर राजघराने की सदस्य और सांसद दीया कुमारी को कागजात दिखाने का खुला चैलेंज दिया था। नाराज प्रिंस तूसी ने कहा कि वो CM बनाना चाहती हैं इसलिए ऐसे बेबुनियाद बयान दे रही हैं।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हैदराबाद के रहने वाले प्रिंस तूसी खुद को शाहजहां का वंशज बताते हैं। जयपुर राजघराने की सांसद दीया कुमारी द्वारा ताजमहल उनके पुरखों की जमीन पर होने और इसके दस्तावेज होने के दावे के बाद प्रिंस तूसी ने बयान जारी किया। दीया कुमारी को राजपूत खून होने पर दस्तावेज दिखाने का चैलेंज किया था। उन्होंने इसे सस्ती लोकप्रियता के लिए दिया बयान बताया था।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रिंस तूसी हैदराबाद के रहने वाले हैं।
इनका पूरा नाम प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तूसी है। प्रिंस तूसी खुद को मुगल बादशाह शाहजहां का वंशज बताते हैं। वह दावा करते हैं कि बहादुरशाह जफर की छठी पीढ़ी के हैं। इन्होंने कई सालों पहले अयोध्या की बाबरी मस्जिद और ताजमहल पर मालिकाना हक का दावा किया था, लेकिन न्यायालय ने उसे खारिज कर दिया था। प्रिंस तूसी का कहना है कि ताजमहल सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग में है और उसके अलावा कोई ताजमहल के मामले में दखल नहीं दे सकता है।भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक प्रिंस तूसी ने कहा कि उनकी इज्जत भारत ही नहीं अन्य देशों तक है। इस तरह के बयान कुछ लोग लोकप्रियता के लिए देते हैं। ताजमहल पर बयान देने वाले यह लोग सब गली के छोटे नेता हैं। यहां हैदराबाद का ओवैसी भी ऐसा ही करता है। बयान देकर नाम हुआ और हैदराबाद से यूपी आ गया।
अब पूरे देश में अपने लोगों को चुनाव में खड़ा कर रहा है। भाजपा का कोई बड़ा नेता जैसे पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह कोई बयान नहीं दे रहे हैं। इन लोगों की वजह से मुसलमान सोचता है कि यह भाजपा वाले कर रहे हैं, जबकि ऐसा नहीं है। मोदी जिस तरह देश चला रहे हैं वैसा कोई नहीं चला सकता है।तूसी ने बताया कि शाहजहां के वक्फनामे के अनुसार, ताजमहल पर उसी का मालिकाना हक हो सकता है, जिसका देश में शासन हो। शाहजहां जानते थे कि शहंशाह की कई औलादें थीं, इसलिए उन्होंने ताजमहल के लिए यह वक्फनामा लिखा था। उसके हिसाब से ताजमहल की मालिक सरकार है। दीया का कहना है कि उनके पुरखों से जमीन ली गई। बादशाह का तो पूरा मुल्क था, फिर वो जमीन क्यों खरीद कर लेगा? इसके साथ ही हर बादशाह की राजपूत पत्नियां थीं। इतिहास गवाह है कि राजपूत रानी का बेटा ही राजा बना है। बादशाह एक पत्नी की जमीन लेकर दूसरी पत्नी के लिए महल कैसे बना सकता था ?