दिल्ली के मुंडका में शुक्रवार को करीब शाम 5 बजे एक चार मंजिला इमारत में भीषण आग लगी थी। आग इतनी भयंकर थी कि इसमें 27 लोग जलकर मर गए। वहीं शवों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि शिनाख्त तक नहीं हो पा रही है। DCP समीर शर्मा के अनुसार जो शव मिले हैं वो ऐसी स्थिति में है कि शिनाख्त करना मुश्किल है। इसमें हमें फोरेंसिक टीम मदद करेगी। जो लोग लापता है, उसे मैच कराएंगे, ताकि शिनाख्त हो सके। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि घटना के वक्त इमारत में 150 लोग काम रहे थे। दरअसल, इस बिल्डिंग का इस्तेमाल बिना परमिशन कमर्शियल रूप से हो रहा था। यहां CCTV कैमरा पैकेजिंग यूनिट का काम होता था। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि आग से बचने कई लोग ऊपर से कूद गए। एक महिला की बड़ी बेटी यहीं सीसीटीवी कैमरा पैकेजिंग यूनिट में भी काम करती थी। उसने बताया कि साहब पूजा पिछले तीन महीनों से CCTV कैमरा पैकेजिंग यूनिट में काम कर रही है। हम मुबारकपुर में रहते हैं। रात 9 बजे घटना के बारे में पता चला। पूजा के बाईं आंख के नीचे एक कट का निशान है। कई अस्पतालों में हम उसे ढूंढ चुके हैं। लेकिन अभी तक नहीं मिली है। वो चार सदस्यों के परिवार की एकमात्र कमाने वाली है। उसकी दो छोटी बहनें एक स्कूल में पढ़ती हैं।
कंपनी के मालिक के पिता भी नहीं बच पाए-
मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास लगी आग में कंपनी मालिक वरुण और हरीश गोयल के पिता अमरनाथ की भी मौत हो गई। जिस वक्त आग लगी, उस समय मोटिवेशनल स्पीच चल रही थी, और अमरनाथ वहां मौजूद थे। वह आग में फंसे और निकल नहीं पाए। खबर है कि बुजुर्ग अमरनाथ गोयल भी दूसरे लोगों की तरह आग में काफी ज्यादा झुलस गए थे और अस्पताल में उनकी मौत हो गई। उधर, कमर्शियल बिल्डिंग में कंपनी चलाने वाले मालिक हरीश गोयल और वरुण गोयल के खिलाफ FIR दर्ज हो गई है। पुलिस ने दोनों को अरैस्ट कर लिया है। वहीं बिल्डिंग का मालिक मनीष लाकड़ा फिलहाल फरार है।
इन 27 मौतों का आखिर कौन जिम्मेदार-
इसका जिम्मेदार कौन है? सबके मन में यही सवाल उठ रहा होगा। 27 लोगों की मौत के पीछे एक आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है। जिस फैक्ट्री में आग लगी है उसके दोनों मालिक को पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद गिराफ्तार कर लिया है। वरुण गोयल और सतीश गोयल को दिल्ली पुलिस ने गैर इरादतन हत्या के आरोप में गिराफ्तार किया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन पास शुक्रवार को एक बिल्डिंग में भीषण आग लग गई। ऐसी आग जिसकी लपेटों से लोग खुद की जान नहीं बचा पाए। अभी तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार इस अग्निंकांड में 27 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। सभी शव बरामद कर लिए गए हैं। और अब 100 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। चीफ फायर अफसर का कहना है कि अभी भी बिल्डिंग के अंदर करीब 30 से 40 लोग फंसे हो सकते हैं।