जेल जाने के बाद से ही नवनीत राणा की तबीयत नासाज चल रही थी। जेल से जमानत मिली तो घर के बजाए उन्हें अस्पताल ले जाया गया। रविवार सुबह ही नवनीत राणा को अस्पताल से छुट्टी मिली। अस्पताल से बाहर निकलने पर उन्होंने मीडिया से बातचीत की। हालांकि जामनत मिलते समय उन्हें कोर्ट से साफ साफ निर्देश दिए गए थे कि यदि वो मीडिया से बात करेंगी तो उनकी जमानत रद्द कर दी जाएगी। लेकिन फिर भी नवनीत ने ये कदम उठाया। मीडिया से बातचीत करते हुए नवनीत ने उद्धव ठाकरे सरकार पर जमकर हमला बोला। नवनीत राणा ने कहा कि मैं ठाकरे सरकार से पूछना चाहती हूं कि मैंने ऐसी क्या गलती की, जिसकी मुझे सजा मिली। अगर हनुमान चालीसा पढ़ना गुनाह है तो 14 दिन नहीं 14 साल मैं जेल में रहने को तैयार हूं। और देश की जनता भी बताए कि मैंने क्या गतली की है?
नवनीत राणा ने कहा कि आज में दिल्ली जा रही हूं। मैंने कोर्ट के किसी भी आदेश का उल्लंघन नहीं किया है। मैं गृह मंत्री अमित शाह से मिलूंगी। जेल में अपने ऊपर हुए अत्याचार को लेकर बात करूंगी। उद्धव ठाकरे हमें सिद्धांतो का पाठ ना पढ़ाएं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को नवनीत राणा पहले ही शिकायत भेज चुकी हैं। उस शिकायत पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने महाराष्ट्र सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय से नवनीत राणा की गिरफ्तारी के दौरान हुई बदसलूकी का नोटिस जारी किया था।नवनीत राणा ने उद्धव ठाकरे को चुनौती देने हुए कहा कि अगर दम है तो जनता के सामने चुनाव लड़कर दिखाएं। उद्धव जहां से चाहें, मेरे खिलाफ चुनाव लड़कर दिखाएं। मैं उनको चेतावनी देती हूं, मैं आपके सामने खड़े रहकर चुनाव लड़कर दिखाउंगी। उद्धव सरकार ने जो अत्याचार किए हैं, उसकी सजा जनता इन्हें जरूर देंगी। जनता बताएगी कि हनुमान और राम का विरोध करने वालों के साथ जनता क्या करती है। जिस तरह से मुझपर कार्रवाई हुई एक लोकप्रतिनिध पर और महाराष्ट्र की बेटी पर, उस पर सभी को अफसोस है। मुझे जिस तरीके का आर्डर कोर्ट ने दिया है, उसका सम्मान करती हूं, उस पर कुछ नहीं कहूंगी।
नवनीत ने लॉकअप और जेल में उनके साथ हुए व्यवहार पर बताया कि मुझे इतना पता है कि लॉकअप में एक महिला को चटाई तक नहीं दी गई। मुझे खड़ा रखा गया। इस कारण तबियत पर प्रभाव पड़ा। स्पॉन्डिलाइटिस का दर्द शुरू हो गया। इसलिए मुझे जमानत के बाद घर के बजाए अस्पताल जाना पड़ा। मैं हार मानने वालों में से नहीं हूं, हमारी लड़ाई जारी रहेगी।राणा की जमानत रद्द करने के लिए कार्ट में अपील कर सकती है सरकार-इस मामले में एडवोकेट प्रदीप घरत ने कहा, मैंने नवनीत राणा और रवि राणा की कुछ क्लिप भेजी हैं। उन क्लिप को ध्यान से देखने के बाद, मैं संतुष्ट हूं कि उनकी बातचीत उन्हें दिए गए जमानत आदेश में रखी गई शर्तों का उल्लंघन है। उन्होंने मीडिया से बात कर कोर्ट की शर्त की अवहेलना की है। मैं अपने काम के प्रति मजबूर हूं कि इसे अदालत के सामने रखूं। मैं सोमवार को अदालत से उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने और उन्हें दोबारा हिरासत में लेने का अनुरोध करूंगा।