प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि जब कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार केंद्र और असम में थी, तब 'दोहरी उपेक्षा, दोहरा भ्रष्टाचार' था, लेकिन अब भाजपा की 'डबल इंजन सरकार' राज्य को आत्मनिर्भर बनाएगी। मोदी ने असम में भाजपा की सत्ता बरकरार रहने की उम्मीद करते हुए घोषणा की - "दूसरी बार भाजपा सरकार, दूसरी बार एनडीए सरकार और दूसरी बार डबल इंजन सरकार।"मोदी ने पूर्वी असम के गोलाघाट जिले के बोकाखाट में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की पहचान एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी के रूप में है, लेकिन कुर्सी (सरकार) हथियाने के लिए इस पार्टी ने असम, पश्चिम बंगाल और केरल में सांप्रदायिक ताकतों के साथ चुनावी गठबंधन किया।कांग्रेस की 'पांच गारंटी' को नकली और झूठा वादा बताते हुए उन्होंने कहा कि 50 साल से अधिक समय तक असम पर राज करने के बाद कांग्रेस पार्टी 'झूठा आश्वासन' देती है और सांप्रदायिक पार्टी के साथ गठबंधन करती है।प्रधानमंत्री ने कहा, "कांग्रेस का मतलब भ्रम, अनिश्चितता, हिंसा और अलगाववाद, नाकाबंदी और आंदोलन है। कांग्रेस का मतलब भ्रष्टाचार और नकली गारंटी है। पार्टी के पास कोई विजन नहीं है। केवल कुर्सियों के साथ इसकी दोस्ती है।"कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वरिष्ठ केंद्रीय व राज्य के नेताओं के साथ शनिवार को गुवाहाटी में चुनावी घोषणापत्र जारी किया, जिसमें उन्होंने सत्ता में आने पर पांच गारंटी का वादा किया।इन 'पांच गारंटी' में नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) की प्रक्रिया को फिर से शुरू करना, नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) को रद्द करना, चाय बागान श्रमिकों को 365 रुपये दिहाड़ी देना, पांच साल में पांच लाख रोजगार, गृहिणियों को 2,000 रुपये प्रति माह भत्ता और प्रति घर 200 यूनिट मुफ्त बिजली शामिल है।बहरहाल, प्रधानमंत्री ने कहा कि असम की गैस और तेल परियोजनाओं के लिए 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जा रहा है। वाहनों के लिए सीएनजी और हजारों घरों में खाना पकाने के लिए पीएनजी के लिए परियोजनाएं अभी चल रही हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि बांस से, इथेनॉल (एक ऑर्गेनिक केमिकल कम्पाउंड) असम में उत्पादित किया जाएगा। ब्रिटिश काल से ही बांस को पेड़ की श्रेणी में रखा गया था। 70 वर्षों के बाद बांस आधारित उद्योगों, पौधारोपण, बांस के मूल्यवर्धन को बढ़ावा देने के लिए कानून में संशोधन किया गया है, ताकि बांस से हजारों आइटम बनाने वाले हजारों कारीगरों को सशक्त बनाया जा सके।चुनावों के बाद असम में लाखों चाय बागान श्रमिकों को चौतरफा लाभ देने का वादा करते हुए मोदी ने कहा कि 2016 में सत्ता में आने के बाद राज्य में भाजपा सरकार ने दो बार चाय बागान श्रमिकों की दैनिक मजदूरी में वृद्धि की, जबकि इस साल के केंद्रीय बजट में चाय बागान श्रमिकों के लिए 1,000 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की गई।