आम आदमी पार्टी (आप) की नेता शाजिया इल्मी का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जुड़े गाजियाबाद के साथ सौतेला व्यवहार खत्म करने के लिए पार्टी हर संभव प्रयास करेगी। गाजियाबाद से उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद उन्होंने आईएएनएस से कहा, "विकास हमारा एकमात्र मुद्दा होगा। न जाति, न संप्रदाय और न कोई लोकलुभावन नारा मुद्दा होगा। हमारा मंत्र विकास होगा।"गाजियाबाद आप के मुख्य केंद्र के रूप में भी जाना जाता है। पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बनने के बाद गाजियाबाद में ही रहते थे। पार्टी का मुख्यालय भी यहां स्थित है और यहां शायद ही ऐसा कोई शख्स हो जो केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, कुमार विश्वास और संजय सिंह के नाम से परिचित न हो।
शाजिया, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार से दिल्ली विधानसभा चुनाव में बेहद कम अंतर से हार गई थीं और पत्रकार होने की वजह से वह भी यहां के लिए जाना पहचाना चेहरा हैं। सिसोदिया ने कहा कि आप की सरकार ने दिल्ली मेट्रो को दिलशाद गार्डन से गाजियाबाद के न्यू बस स्टैंड तक विस्तार को मंजूरी दी थी। सिसोदिया ने कहा, "हम यह देख कर हैरान हैं कि समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष राजनाथ सिंह अपने बैनर में इस काम का श्रेय ले रहे हैं।"
मास कम्युनिकेशन में स्नातकोत्तर शाजिया जी न्यूज और स्टार न्यूज में काम कर चुकी हैं। केजरीवाल के संपर्क में आने के बाद उन्होंने राजनीति और आप से जुड़ने का फैसला किया था। शाजिया रायबरेली, कानपुर या फिर मुंबई से चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन आप ने उन्हें गाजियाबाद का टिकट दिया। क्या वह गाजियाबाद के लिए बाहरी नहीं हैं? इससे इंकार करते हुए शाजिया कहती हैं कि उनके लिए दिल्ली से गाजियाबाद सफर करना मुश्किल नहीं होगा। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने 2009 में गाजियाबाद से लोकसभा चुनाव जीता था, लेकिन इस बार उन्हें लखनऊ का टिकट दिया गया है और स्थानीय लोगों ने उन पर संसदीय क्षेत्र के लिए काम न करने का आरोप लगाया है।