इंटरनेशनल सिख मार्शल आर्ट अकैडमी (इसमा) और नेशनल गतका एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा शुरू की गई विरसा संभाल गतका श्रृंखला के अंतर्गत होला-महल्ला के पवित्र दिवस के अवसर पर श्री आनंदपुर साहिब में 5वां विरसा संभाल होला महल्ला गतका कप पूरे खालसाई जाहो-जलाल के साथ समाप्त हुआ जिसमें विभिन्न जिलों से आठ चोटी की टीमों ने युद्ध कला का प्रदर्शन किया।इस मौके पर संबोधन करते हुए बाबा अवतार सिंह टिब्बी साहिब, बाबा जसपाल सिंह बद्दोवाल, बाबा गुरचरन सिंह दुल्लचीमाजरा और संत बाबा बख्शीश सिंह चक्क माहोराना ने संबोधन करते हुए कहा कि गतका गुरू साहिबान द्वारा दी गई विरासती युद्ध कला है और आत्मरक्षा लिए सहायक होने के कारण इस खेल में अधिक से अधिक बच्चों को भाग लेना चाहिए। समूह महापुरुषों ने दिल्ली निवासी नौजवान द्वारा सिख विरासती खेल गतका कला को ट्रेडमार्क कानून के अंतर्गत पेटैंट करवाने की सख़्त निंदा करते हुए इस धार्मिक मुद्दे पर श्री अकाल तख़्त साहिब को तुरंत कार्यवाही करने के लिए कहा। उन्होंने सभी बच्चों को गुरबानी का अनुसरण करने और बाणी-बाणे को धारण करने के लिए प्रेरित किया और समूह टीमों को नकद इनामों से सम्मानित किया।
नेशनल गतका एसोसिएशन के प्रधान हरजीत सिंह ग्रेवाल स्टेट अवॉर्डी ने एसोसिएशन द्वारा गतका खेल के लिए की गई प्राप्तियों संबंधी विवरण देते हुए खिलाडिय़ों को एसोसिएशन की प्रचलित गतका नियमावली के अनुसार ही प्रशिक्षण लेने और खेलने के लिए प्रेरित किया और कहा कि विश्व गतका फेडरेशन और एशियन गतका फेडरेशन के नेतृत्व में गतके को ओलंपिक खेल में शामिल करवाया जायेगा।गतका प्रदर्शनी मुकाबलों में धन धन बाबा शादी सिंह गतका अखाड़ा रूपनगर, खालसा मीरी-पीरी गतका अखाड़ा घनौली, खालसा ख़ास गतका अखाड़ा शाहबाद मारकंडा, हरियाणा, दशमेश गतका अखाड़ा हरियाणा, तत्त खालसा गतका ग्रुप कोटला निहंग खां, रूपनगर और बाबा जीवन सिंह गतका अखाड़ा मोरिंडा के तलवारबाज़ों ने युद्ध कला के जौहर दिखाए।इस मौके पर दूसरों के अलावा बाबा शेर सिंह चक्क माहोराणा, अमरजीत सिंह वालिया आनंदपुर साहिब, रणजीत सिंह ढिल्लों रूपनगर, नेशनल गतका एसोसिएशन के उप-प्रधान सुखचैन सिंह कलसानी, गतका ऐसोसीएशन पंजाब के जनरल सचिव उदय सिंह सरहंद, इसमा के उप-प्रधान जसवंत सिंह छापा, कोऑर्डीनेटर योगराज सिंह, वित्त सचिव बलजीत सिंह सैनी, प्रैस सचिव हरजिंदर कुमार, जि़ला रूपनगर गतका एसोसिएशन के प्रधान अमरजीत सिंह सैनी, गुरविंदर सिंह काकु, स्वर्ण सिंह सरपंच बहादरपुर, दर्शन सिंह लोधीमाजरा, परमिंदर कौर खानका, भुपिंदर सिंह मुंडी खरड़, गुरदीप सिंह भ्योरा, परमिंदर सिंह मुंडी खरड़ आदि भी उपस्थित थे।