पंजाब से संबंधित संसद सदस्यों ने आज पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व लोकसभा सदस्य सुनील जाखड़ के नेतृत्व में संसद भवन के बाहर रोष प्रदर्शन कर केंद्र सरकार से पंजाब से संबंधित एससी विद्यार्थियों के वजीफे की रोकी 1287 करोड रुपए की रकम तुरंत जारी करने की मांग की। इस अवसर पर उनके साथ संसद सदस्य संतोख चौधरी, रवनीत सिंह बिट्टू, गुरजीत सिंह औजला भी उपस्थित थे।इस अवसर पर बातचीत करते हुए श्री सुनील जाखड़ ने बताया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली श्री मनमोहन सिंह की सरकार ने 2010 में एससी विद्यार्थियों को दसवीं कक्षा से आगे की पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति देने की स्कीम को मजबूती के साथ लागू किया था व ऐसे बच्चों को इस योजना में शामिल किया गया था जिनके परिवार की आमदन 2,00,000 रुपए से कम थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का मानना है कि शिक्षा के प्रसार के साथ ही एससी वर्ग की आर्थिक व सामाजिक तरक्की संभव है। लेकिन पहले पंजाब में अकाली-भाजपा सरकार ने पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप योजना का लाभ योग्य बच्चों तक नहीं पहुंचने दिया व अब केंद्र की मोदी सरकार ने अपने अनुसूचित जातियों के विरोधी एजेंडे के तहत राज्य के विद्यार्थियों की 1287 रुपए की छात्रवृत्ति की राशि रोकी हुई है।
सुनील जाखड़ ने कहा कि देश का किसान ही नहीं बल्कि अनुसूचित जातियों का भी मोदी सरकार द्वारा दमन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले एक साजिश के तहत एससी एसटी एक्ट को कमजोर करने की कोशिश की गई व अब एससी बच्चों की शिक्षा में रुकावटें पैदा करके यह सरकार इस भाईचारे के विकास में रुकावट बनी हुई है।श्री जाखड़ ने कहा कि 2014 में जब से केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली मोदी सरकार बनी है इसने समाज के कमजोर वर्गों को तंग परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ऐसा अपने गुप्त एजेंडे की प्राप्ति के लिए जानबूझ कर कर रही है।पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष श्री जाखड़ ने जोर देकर कहा कि देशभर में किसान, अनुसूचित जाति वर्ग समेत समाज के हर वर्ग में मोदी सरकार के खिलाफ गुस्सा बढ़ रहा है व अभी 5 राज्यों में हुए चुनावों के नतीजे इसका प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि देश के लोग अगले आम चुनाव की तीव्रता से प्रतिक्षा कर रहे हैं ताकि मोदी सरकार को देश से चलता किया जा सके।