राज्य में साहसिक पर्यटन को सुचारू बनाने हेतु पर्यटन विभाग विभिन्न एजेंसियों द्वारा षुरू की जा रही साहसिक गतिविधियों के लिए सर्वप्रथम दिषा निर्देष तैयार करने की प्रक्रिया में है।इन दिषा निर्देषों में एडवेंचर टूर आपरेटरस के पंजीकरण, उन्हें साहसिक गतिविधियां षुरू करने हेतु उचित अनुमति देने, राज्य में इस तरह की साहसिक गतिविधी षुरू करने के लिए उपकरण, सुरक्षा मानदंडों सहित न्युनतम जरूरतों तथा किसी भी एजेंसी के लिए नियम पर विचार किया गया है।पर्यटन सचिव रिगजिन सैमफिल ने कहा कि जम्म व कष्मीर साहसिक पर्यटन में अधिक क्षमता रखने वाला क्षेत्र है तथा कई घरेलु तथा अंतर्राश्ट्रीय पर्यटक साहसिक गतिविधियों के लिए राज्य का दौरा करते हैं, पंरतु दूसरे राज्यों की तरह हमारे पास साहसिक पर्यटन दिषा निर्देष नही हैं।उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार के मानदंडों के अनुसार दिषा निर्देष तैयार करना चाहते है तथा हमारा उद्देष्य साहसिक खेल गतिविधियां षुरू करने हेतु उच्च मानदंडों को स्थापित करना है जिससे साहसिक पर्यटन की बडी क्षमता को काम में लाने के लिए हमारी सहायता होगी। उन्होंने कहा कि इससे अधिक संख्या मे पर्यटन और स्थानीय लोग राज्य की और आकर्शित होंगे।विभाग द्वारा तैयार मसौदा दिषा निर्देषों को अंतिम रूप देने से पहले विभाग भागीदारों तथा आम लोगों से जानकारी ले रहा है ताकि राज्य में साहसिक गतिविधियां षुरू करने के लिए विस्तृत दिषा निर्देषतैयार की जा सके।विभाग ने भागीदारों तथा आम लोगों से 15 दिनों में जम्मू या श्रीनगर में निदेषालय कार्यालय को अपनी जानकारी भेजने के लिए कहा। जानकारी के आधार पर विभाग औपचारिक रूप से दिषा निर्देष जारी करेगा।