प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संसद के मानसून सत्र को सुचारु रूप से चलाने के लिए सभी विपक्षी दलों से सहयोग मांगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष के मुद्दे उठाने से सरकार को अपनी स्थिति पर पुनर्विचार करने व आगे बढ़ने का अवसर मिलता है। मोदी ने मानसून सत्र शुरू होने से एक दिन पहले सर्वदलीय बैठक में यह अपील की। उन्होंने कहा कि लोग उम्मीद करते हैं कि संसद को सुचारु रूप से चलना चाहिए और इसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। मानसून सत्र 10 अगस्त को समाप्त होगा। बैठक के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि बैठक बहुत सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस व दूसरी विपक्षी पार्टियों ने भरोसा दिया कि वे दोनों सदनों को सुचारु रूप से चलाने में पूरा सहयोग करेंगी। अनंत कुमार ने कहा कि मोदी ने बैठक के अंत में अपनी बात रखी। उन्होंने नेताओं से कहा कि अगर वे लोकसभा व राज्यसभा में मुद्दे उठाते हैं तो इससे देश को फायदा होगा।
अनंत कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा, अगर सदन चलता है तो यह सत्तारूढ़ दल, विपक्ष व आम लोगों, सभी के फायदे के लिए होगा। जब विपक्ष मुद्दों को उठाता है, सवाल करता है और चर्चा करता है तो यह सरकार को पुनर्विचार करने व आगे बढ़ने का अवसर देता है। उन्होंने कहा कि मोदी ने विपक्ष के नेताओं से कहा कि संसद के सुचारु रूप से चलने के लिए सभी प्रयास किए जाने चाहिए। अनंत कुमार ने कहा कि सरकार विपक्ष द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। सरकार ने सत्र के लिए अपने विधायी एजेंडे से विपक्षी नेताओं को अवगत कराया है। विपक्षी नेताओं ने कहा कि वे बहुत से मुद्दों को उठाएंगे। इममें भीड़ द्वारा पीट-पीटकर की जाने वाली हत्याएं, किसानों की समस्याएं और विश्वविद्यालय में कथित तौर पर कमजोर तबके के आरक्षण में कटौती करने के मुद्दे शामिल हैं।