प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी में 20 हजार स्वच्छाग्रहियों को संबोधित किया। समारोह का आयोजन बिहार में 3 अप्रैल से सप्ताह भर के ‘सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह’ अभियान की समाप्ति पर किया गया। प्रधानमंत्री ने चलो चंपारण अभियान से जुड़े इस आयोजन में अपने-अपने गांवों में शानदार भूमिका निभाने वाले 10 सत्याग्रहियों को पुरस्कृत भी किया।इस आयोजन से पहले पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय ने बिहार सरकार के सहयोग से बिहार में 3 से 10 अप्रैल तक सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह अभियान चलाकर स्वच्छता अभियान चलाया। देश के विभिन्न हिस्सों से 10 हजार से अधिक स्वच्छाग्रही बिहार में आमंत्रित किए गए हैं जहां वे बिहार के 10 हजार स्वच्छाग्रहियों के साथ कार्य कर रहे हैं ताकि बिहार के 38 जिलो में व्यवहार में परिवर्तन लाया जा सके और इसे जन आंदोलन बनाया जा सके।चंपारण में एकत्रित 20 हजार स्वच्छाग्रहियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस अवसर पर स्वच्छाग्रहियों की उपस्थिति इतिहास को दोहराने का बड़ा उदाहरण है। महात्मा गांधी के सत्याग्रह के 100 वर्षों बाद जमीनी स्तर के प्रेरक और व्यवहार परिवर्तन में लगे स्वच्छ भारत के एजेंट अब स्वच्छाग्रह का नेतृत्व कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि बिहार स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) का लक्ष्य भी हासिल करेगा। ग्रामीण स्वच्छता कवरेज में 50 अंक हासिल करने के लिए और चंपारण वर्षगांठ के पहले के सप्ताह तक 8.5 लाख शौचालय निर्माण के लिए राज्य की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत अकेल पिछले साढे तीन वर्षों में 3.5 लाख गांव तथा 350 अधिक जिलों और 35 करोड़ लोगों ने खुले में शौच बंद कर दिया है। लगभग 7 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं और 14 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है। प्रधानमंत्री ने इस बात कि प्रशंसा की कि उत्तर प्रदेश और बिहार में शौचालय को ‘इज्जत घर’ कहा जा रहा है।प्रधानमंत्री ने यूनिसेफ द्वारा किए गए अध्ययन का हवाला देते हुए कहा कि यूनिसेफ ने पाया है कि भारत में खुले में शौच से मुक्त गांव में एक परिवार इलाज, बीमार पड़ने पर आजीविका बचत के रूप में प्रतिवर्ष 50 हजार रुपये बचाता है। उन्होंने एक अध्ययन का जिक्र करते हुए कहा कि खुले में शौच मुक्त गांव से ऐसे परिवारों के स्वास्थ्य सूचक बेहतर हैं।अपने संबोधन में बिहार के मुख्यमंत्री श्री नितीश कुमार ने कहा कि यदि हम महात्मा गांधी के विचारों और सिद्धांतो का अनुसरण करने के लिए युवा को प्रेरित करते हैं तो निश्चित तौर पर देश की जनता द्वारा स्वच्छ भारत का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती यानी 2 अक्टूबर, 2019 तक स्वच्छ भारत मिशन के लिए तय सीमा में राज्य खुले में शौच से मुक्त हो जाएगा।इस अवसर पर पेयजल तथा स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती ने कहा कि 10 अप्रैल, 1970 को 100 साल पहले महात्मा गांधी ने चंपारण सत्याग्रह प्रारम्भ किया था ताकि देश को विदेशी शासन से मुक्ति दिलाई जा सके। उन्होंने कहा कि आज इस दिन सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह अभियान का लक्ष्य गंदगी से मुक्ति पाना है।प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार के अनेक मंत्रालयों की नई पहलों का उद्घाटन भी किया।