वन एवं पर्यावरण मंत्री चौ लाल सिंह ने जलवायु परिवर्तन तथा ग्लोबल वार्मिंग को मानवता के लिए सबसे बडी चुनौती बताया जबकि इसके बुरे प्रभाव से बचने के लिए सामूहिक कार्य करने की आवष्यकता है।मंत्री ने यह बात आज कठुआ में 43वें वर्ल्ड आरबर डे पर वन विभाग द्वारा आयोजित समारोह के दौरान कही। प्रमुख मुख्य वन संरक्षक रवि केसर, निदेशक सामाजिक वानिकी अष्वनी गुप्ता, पर्यावरण एवं दूर संवेदी निदेशक ओपी शर्मा, वन इको टूरिज्म के मुख्य संरक्ष्क जे फ्रैंकई, मुख्य वन संरक्षक फारूक गिलानी, एसएफआरआई निदेशक बी एम शर्मा, संरक्षक वन ईस्ट सर्कल ख्वाजा कमरउदीन, सामाजिक वानिकी क्षेत्रीय निदेशक रूप कौर अवतार के अतिरिक्त वन तथा सम्बंधित विंगों के संभागीय वन अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।मंत्री ने कहा कि जम्मू व कश्मीर अपने सामाजिक, सांस्कृतिक तथा जलवायु क्षेत्र में जैव विविधता से समृद्ध है। उन्होंने कहा कि मानवता की दखलअंदाजी से वर्तमान समय में प्राकृतिक संसाधन नश्ट हो रहे हैं तथा जलवायु परिवर्तन हो रहा है जो परितंत्र के लिए चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक पौधे लगाकर पर्यावरण को बचाया जा सकता है।उन्होंने कहा कि वर्ल्ड अर्बर डे प्रत्येक व्यक्ति को पृथ्वी को बचाने हेतु योगदान देने का एक अवसर प्रदान करता है। प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण सरकार के प्रयासों के बारे में बताते हुए मंत्री ने कहा कि तीन वर्शो के दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों में हजारों कनाल तक वन भूमि पर से अवैध कब्जा हटाया गया है। मंत्री ने कहा कि सरकार ने हर इंच भूमि पर से अतिक्रमण हटाने तथा खाली वन क्षेत्रों को हरित बनाने हेतु राज्यभर में एक बडा पौधारोपण अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है।