वन, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण मंत्री चौधरी लाल सिंह ने माता-पिता को बच्चों के भविष्य और देश के विकास में योगदान देने के लिए सक्षम करने के लिए अपने बच्चों को स्कूलों में भेजने कहा।मंत्री ने आज यहां महिलार कालेज गांधी नगर के सभागार में डोगरा हायर सेंकेडरी स्कूल, शास्त्री नगर के 52 वीं वार्षिक दिवस और पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान छात्रों, माता-पिता, शिक्षण और गैर-शिक्षण स्टाफ को संबोधित करते हुए कहा।वार्षिक दिवस समारोही का परंपरागत शंभारंभ दीप प्रज्जवलन के साथ शुरू हुआ और उसके बाद स्कूल के छात्रों ने मधुर आवाज में वंदना प्रस्तुत की।इस अवसर पर निदेशक स्कूल शिक्षा रविंदर सिंह, स्कूल के चेयरमैन गुलचैन सिंह चाढ़क, प्रिंसिपल देविंदर कौर, प्रबंध निदेशक, गंभीर देव सिंह चाढ़क और बच्चों के माता-पिता भी मौजूद थे।समारोह को संबोधित करते हुए, चौधरी लाल सिंह ने रंगारंग कार्यक्रम पेश करने के लिए बच्चों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यकम्र न केवल बच्चों को अपनी छिपी प्रतिभा को सामने लाने के लिए मंच प्रदान करते है बल्कि उन्हें सांस्कृतिक विरासत के बारे में भी पता चलता है।मंत्री ने विद्यार्थियों को स्कूल में गुणवत्ता के साथ-साथ नैतिक मूल्यों को प्रदान करने के लिए शिक्षण समुदाय को भी कहा। उन्होंने कहा कि शिक्षक मुख्य वास्तुकार हैं, जो उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके छात्रों के व्यक्तित्व को आकार दे रहे हैं।
चौधरी लाल सिंह ने बच्चों के जीवन में शिक्षकों और अभिभावकों की भूमिका पर प्रकाश डाला, उन्होंने कहा कि माता-पिता द्वारा एक बच्चे को पोषण किया जाता है, जबकि शिक्षक व्यक्तित्व को आकार देता है और उन्हें एक नई दिशा प्रदान करता है। उन्होंने माता-पिता से कहा कि देश के अच्छे नागरिक बनने के लिए बच्चों को भेजना चाहिए।चौधरी लाल सिंह ने आगे कहा कि सरकार सभी क्षेत्रों के लिए शिक्षा की पहुंच का विस्तार करने के लिए सभी प्रयास कर रही है ताकि छात्रों को उनके द्वार स्कूलों में शिक्षा मिल सके। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सरकार उन गरीब बच्चों को मुफ्त वर्दी और किताबें भी मुहैया कर रही है जो वित्तीय बाधाओं के कारण शिक्षा नहीं प्राप्त कर पा रहे है।मंत्री ने विद्यार्थियों से कड़ी मेहनत करने और आने वाले परीक्षा में अपनी उत्कृष्टता दिखाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि शिक्षा उनके बेहतर कल के लिए महत्वपूर्ण है और छात्रों को अपने ज्ञान को एक दूसरे के साथ साझा करने के लिए कहा।इससे पहले, अपने स्वागत भाषण में, स्कूल के प्रिंसिपल देविंदर कौर ने वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी और उनके सहयोग के लिए माता-पिता की आभार व्यक्त किया।बाद में, मंत्री ने मेधावी छात्रों तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम के प्रतिभागियों के बीच स्मृति चिन्ह वितरित किए।