कांग्रेस नेता शशि थरूर ने गुरुवार को कहा कि भाजपा को 'बदनाम करने के अभियान' और 2जी स्पेक्ट्रम मामले जैसे फर्जी आरोप से परहेज करना चाहिए। थरूर ने पत्रकारों से कहा, "बदनाम करने के अभियान और चुनावी जुमले के बाद, देखे, अदालत ने क्या कहा। लोग अपने प्रतिद्वंदियों के खिलाफ निराधार आरोप का सहारा लेते हैं। नीतियों में विभिन्नता हो सकती है लेकिन फर्जी आरोप लगाना सही नहीं है।"उन्होंने यह बयान विशेष न्यायाधीश ओ.पी.सैनी ने पूर्व दूरसंचार मंत्री ए.राजा और डीएमके सांसद कनिमोझी सहित सभी आरोपियों को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर दोनों मामलों में बरी करने के बाद दिया है।
थरूर ने कहा कि मौजूदा सरकार का यह दावा कि उनलोगों ने स्पेक्ट्रम आवंटन में पूर्ववर्ती राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (संप्रग) के मुकाबले हजारों करोड़ रुपये प्राप्त किए, यह 'नीतिगत विभिन्नता का विषय है न कि भ्रष्टाचार का'।हमने स्पेक्ट्रम कम रुपये में बेचे ताकि उपभोक्ता सस्ते कॉल रेट का फायदा उठा सके। यह देश में मोबाइल संपर्क बढ़ाने और लोगों के लिए मोबाइल फोन कॉल्स को ज्यादा सस्ता करने का नीतिगत निर्णय था।थरूर ने कहा, "मौजूदा सरकार की नीति केवल सरकारी खजाने को भरने की है और इसलिए उन्होंने स्पेक्ट्रम ऊंचे दाम में बेचे। हमारी पार्टी आम लोगों के लिए चिंतित थी, मिस्टर जेटली खजाने को भरने को लेकर चिंतित हैं। यह नीतिगत विभिन्नता है। इसमें भ्रष्टाचार का कोई सवाल ही नहीं है।"