ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने रविवार को देश में आए 7.3 तीव्रता के भूकंप में ढही इमारतों की खामियों व उसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई का संकल्प लिया है। 'बीबीसी' के अनुसार, उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा निर्मित भवन ढह गए, जबकि निजी निर्मित इमारतें खड़ी हैं।भूकंप से सबसे अधिक प्रभावित सारपोल-ए-जहाब में रूहानी ने दो इमारतों की ओर इशारा करते हुए कहा कि एक इमारत ढह गई, जबकि दूसरी खड़ी है। इस आपदा में 400 से अधिक लोग मारे गए, जबकि 8,000 घायल हुए हैं। वहीं, सरकारी समाचार एजेंसी 'इरना' की पहले आई रपट ने 530 लोगों के मरने का दावा किया गया था, जिसके बाद आंकड़े में संशोधन कर इसे 432 बताया गया। सरकार भूकंप से प्रभावित पहाड़ी प्रांत कर्मनशाह तक मदद पहुंचाने के लिए संघर्ष कर रही है, जहां सैकड़ों घर तबाह हो गए हैं और लोग दो रातों से खुले में रह रहे हैं।राष्ट्रपति हसन रूहानी ने मंगलवार को इस इलाके का दौरा किया और इस दिन राष्ट्रीय शोक घोषित किया। रूहानी के संबोधन का टेलीविजन पर सजीव प्रसारण किया गया था।उन्होंने कहा कि सरकार बेघर लोगों को वित्तीय सहायता मुहैया कराएगी और इमारत के मानकों से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।उन्होंने कहा, "ये ऐसे मुद्दे हैं, जिनपर हमें काम करना चाहिए। हमें दोषियों को ढूंढ़ना चाहिए और लोग दोषियों को सामने लाने का इंतजार कर रहे हैं। हम ऐसा करेंगे।"