ज्वालामुखी मंदिर के चढ़ावे की आमदन से पैसा बांटने को लेकर स्थानीय विधायक संजय रत्न व भाजपा में एक बार फिर तकरार शुरू हो गई है। भाजपा जहां इसका विरोध कर इसे राजनैतिक हथकंडा करार दे रही है। तो विधायक इसे जायज ठहरा रहे हैं।स्थानीय विधायक ने आज ज्वालामुखी मंदिर न्यास की तरफ से 12 गरीब परिवारों की लड़कियों की शादी पर 61 हज़ार 2 सौ रूपये शगुन के तौर पर दी जाने सहायता राशि के चैक वितरित किये। इस के साथ ही 20 जरूरतमन्द परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से गरीब परिवारों को लड़कियों की शादी एंव बिमारियों पर हुये खर्च के 50 हजार 3 सौ की सहायता राशि के चैक भी वितरित किये। इसी तरह पहले भी पैसा बांटा जा चुका है। लेकिन भाजपा नेता पूर्व मंत्री रमेश धवाला ने आज चढ़ावे के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाते हुये कहा कि विधायक यह सब अपनी राजनिति चमकाने के लिये ही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक जिस तरीके से मंदिर की चढ़ावे की राशि के चैक लोगों में बांट रहे हैं। वह गैरकानूनी है। इसका हिन्दू सार्वजनिक संस्थान एवं पूर्व विन्यास अधिनियम में कहीं कोई प्रावधान नहीं है।
धवाला ने कहा कि मंदिर की आमदनी को सनातन धर्म के उत्थान एव प्रसार के साथ साथ यात्रियों की सुविधाओं पर खर्चा जा सकता है। विशेष परिस्थतियों में ही किसी जरूरतमंद को यह धन दिया जा सकता है। लेकिन यहां राजनिति के आधार पर विधायक लोगों में पैसा बांट रहे हैं। जिसका कोई औचित्य ही नहीं है। उन्होंने दलील दी कि मंदिर में राजनिति नहीं होनी चाहिये।उधर विधायक संजय रत्न ने कहा कि सरकार के चार साल के कार्यकाल में ज्वालामुखी विस में गरीब परिवारों को बीमारियों पर हुये खर्च और लड़कियों के शादी के लिए तकरीबन तीन करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता दी गयी है। वहीं मंदिर न्यास की ओर से भी मदद दी जा रही है।बाद में उन्होंने खुला दरबार लगा कर स्थानीय निवासियों की समस्यायेँ सुनीं। स्वतन्त्रता सेनानी कल्याण बोर्ड उपाध्यक्ष सुशील रत्न इस अवसर पर विशेष तौर पर उपस्थित रहे। इस अवसर पर इलाके के तकरीबन 70 लोगों ने अपनी समस्यायेँ विधायक के सन्मुख रखीं जिनमें से अधिकतर का विधायक ने मौका पर ही निपटारा कर दिया और बाकी के लिये सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को जल्दी निपटाने के निर्देश दिये। इस के साथ ही उन्होंने इस के साथ ही विधायक संजय रत्न ने सभी अधिकारियों के साथ इलाके में चल रहे विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को जनहित के कार्यों में तेजी लाने के भी निर्देश दिये।