लाखों रूपये की लागत से बना हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के पालमपुर में नगरपरिषद द्वारा लोहना पंचायत में स्थापित ठोस कूड़ा संयंत्र जिसका उद्घाटन करीब 2 वर्ष पूर्व माननीय मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश वीरभद्र सिंह के कर कमलों से किया गया था आज कूड़े के पहाड़ का रूप लेता जा रहा है. इसके निर्माण के समय सम्बन्धित लोहना पंचायत एवम स्थानीय स्वयमसेवी संथाओं को विश्वास दिलाया गया था कि इस कूड़ा संयंत्र में कूड़े का निष्पादन वैज्ञानिक विधि से किया जायेगा और यहां जैविक क्रिया द्वारा कम्पोस्ट खाद पैदा की जाएगी। लेकिन आज तक यहां कम्पोस्ट खाद बनाने के लिए बनाये गए 36 बेड्स में कम्पोस्ट खाद का उत्पादन तक शुरू भी नहीं हो पाया है। यह कूड़े का पहाड़ करीब 200 मीटर के जंगली क्षेत्र में फ़ैल चुका है ऊंचाई पर स्थित होने के कारण अक्सर वारिश का पानी इस कूड़े के ढेर की गन्दगी को साथ लगते नाले में मिलाता है. जिसका गन्दा पानी आगे स्थानीय मौल खड्ड से होते हुए न्युगल खड्ड में जाकर मिलता है, जिस पर आलमपुर तक पेयजल की करीब चार पेय जल की परियोजनाएं चल रही हैं. इन परियोजनाओं से लाखों लोगों को पेयजल उपलब्ध करवाया जाता है. इस बात की आशंका है कि आने वाले समय में यही प्रदूषित पानी असंख्य लोगों के लिए मलेरिया, हैजा व् पीलिया जैसी महामारी का रुप्प ले सकता है।पिछले वर्ष एक ने धर्मशाला स्थित हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से इस कूड़ा संयंत्र के बारे में शिकायत की थी तो वहां के अधिकारियों ने नगरपरिषद पालमपुर को इस संयंत्र की व्यवस्थाएं सुधारने का निर्देश दिया था लेकिन अब यहाँ स्थिति और भी भंयकर हो चुकी है. अभी गर्मियों का मौसम शुरू होते ही यहां मखियाँ, मच्छर, बन्दर, पक्षी एवम जंगली पशु अक्सर कूड़े को दूर दूर तक बिखेर रहे हैं और इस संयंत्र की दुर्गन्ध भविष्य में किसी भंयकर बीमारी के फैलने का आभास भी दिला रही है
लोहना पंचायत प्रधान अंजना सोनी के अनुसार पंचायत ने प्रशासन के माध्यम से 31 मार्च 2017 तक नगरपरिषद पालमपुर को इस कूड़ा संयंत्र की व्यवस्थाएं सुधारने का समय दिया गया था. इनमे सुधार नहीं पाया जाता है तो पंचायत द्वारा कूड़ा संयंत्र के लिये दिए गए अनापति प्रमाण पत्र को रदद् कर दिया जायेगा। -----अंजना सोनी प्रधान, लोहना पंचायत
कलीन सिटी पालमपुर संस्था की सुषमा के अनुसार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशों के पालन न होने बाद अब हमारी संस्था राष्ट्रिय हरित ट्रिब्यूनल से इस समस्या को उठा चुकी है ताकि पालमपुर की खूबसूरती को आने वाली पीढ़ियों तक सँजोया जा सके.-------- सुषमा, संयोजिका, कलीन सिटी पालमपुर
पिछले दिनों जिला विकास समन्वय एवम निगरानी समिति(दिशा) की बैठक में भी यह मामला ध्यान में लाया गया था. मैंने डीसी काँगड़ा को इस संयंत्र के लिये स्थायी योजना बनाने का आग्रह किया है जिसके लिए सांसद निधि से मैं राशि स्वीकृत करने को तैयार हूँ........शांता कुमार पर्व मुख्यमंत्री एवम लोकसभा सांसद
पालमपुर कूड़ा संयंत्र में व्यवस्थाएं सुधारने के लिए कूड़े का स्थायी एवम वैज्ञानिक विधि से निष्पादन आवश्यक है, अगर कोई ऐसी योजना विभाग के समक्ष लायी जाती है तो हमारा विभाग तकनीकी एवम आर्थिक सहयोग के लिये तैयार है. ......भूपिंदर अत्रि , संयुक्त निदेशक ग्रामीण विकास हिमाचल प्रदेश