Wednesday, 08 May 2024

 

 

खास खबरें दोआबा में आम आदमी पार्टी को मिली बड़ी मजबूती, जाने-माने दलित नेता और होशियारपुर से बसपा उम्मीदवार राकेश सोमन आम आदमी पार्टी में शामिल करण कुंद्रा के पास है कार के अद्भुत कलेक्शन है आये जानते है कारण के कार कलेक्शन के बारे में: गायक-गीतकार अरमान मलिक ने मंगेतर आशना श्रॉफ के साथ अपनी 'लव स्टोरी' में अमेरिकी गायक लौव की भूमिका का खुलासा किया मतदान के दिन राज्य एवं जिला, मीडिया, प्रमाणीकरण एवं निगरानी कमेटी की अनुमति के बिना प्रिंट मीडिया में नहीं किए जाएंगे राजनैतिक विज्ञापन प्रकाशित- अनुराग अग्रवाल सीजीसी लांडरां के एमई छात्रों ने बनाया इलेक्ट्रिक व्हीलबैरो राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को दी गई गरिमापूर्ण विदाई दाखा में चुनाव प्रचार के दौरान राजा वड़िंग लुधियाना में जीत का जताया भरोसा हम “एक देश - श्रेष्ठ देश” की अवधारणा पर कर रहे हैं काम - अनिल विज नामांकन के पहले दिन होशियारपुर में एक आजाद उम्मीदवार द्वारा पर्चा दाखिल किया गया अम्बाला से भाजपा प्रत्याशी बंतो कटारिया के माता मनसा देवी बोर्ड की सदस्य होने कारण लोकसभा उम्मीदवारी पर उठा सवाल व्यय प्रेक्षक द्वारा निर्वाचन संबंधी विभिन्न इलेक्शन कक्षों का निरीक्षण भाजपा सरकार ने आम आदमी का जीवन मुश्किल बना दिया: अर्जुन सिंह चौटाला अकाली दल को झटका- रसूलपुर कल्लर से दस परिवार कांग्रेस में शामिल खेल के क्षेत्र में फिर चमकेगा पंजाब, नई खेल नीति ने बदली दिशा: मीत हेयर लोगों की सेवा में हाज़िर हैं हर कांग्रेसी वर्कर - गुरजीत सिंह औजला भगवंत मान ने बठिंडा वासियों से की अपील: बस एक बठिंडा वाला कील ही बचा है, इस बार इसको भी निकाल दीजिए पापियों का साथ भगवान भी नहीं देताः सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू परनीत कौर ने कहा पूरा पटियाला जिला मेरा परिवार, बहु बनकर आई, बेटी जैसा प्यार मिला भगवंत मान ने फिरोजपुर लोकसभा क्षेत्र में किया चुनाव प्रचार वाईपीएस स्कूल के छात्र हरगुन सिंह आहलूवालिया ने 97.50 प्रतिशत अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया एन.के शर्मा के चुनाव कार्यालय उद्घाटन पर उमड़ा जनसैलाब

 

उत्तर प्रदेश चुनाव : पश्चिम में बड़े चेहरों की साख दांव पर

Listen to this article

5 Dariya News

लखनऊ , 28 Jan 2017

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का सियासी घमासान पश्चिमी उप्र से शुरू होने जा रहा है। प्रथम चरण में इन इलाकों में मतदान होगा। पश्चिमी उप्र में कई ऐसे दिग्गज हैं, जिन पर अपनी साख बचाने का दबाव है। कुछ नेताओं पर अपनी सीट निकालने का दबाव है, तो कुछ पर अपने करीबियों को जिताने का। यह चुनाव पश्चिमी उप्र में राजीनीतिक दलों के कई दिग्गजों का राजनीतिक कद तय करेगा। लोकसभा चुनाव के बाद संजीव बालियान को कैबिनेट में इसीलिए जगह मिली थी, क्योंकि चुनाव के दौरान जाट समुदाय ने दिल खोलकर भाजपा के पक्ष में मतदान किया था। भाजपा अजित सिंह के मुकाबले बालियान को बड़ा चेहरा पेश करने में जुटी हुई है।
पश्चिमी उप्र में पिछले दिनों चली परिवर्तन यात्रा की अगुवाई भी स्वयं बालियान ने की। इसीलिए अब सिर्फ मुजफ्फनगर ही नहीं, राज्य के पूरे पश्चिमी हिस्से में पिछला प्रदर्शन दोहराने का दबाव उन्हीं पर होगा। बालियान के अलावा मुजफ्फरनगर के ही थाना भवन विधानसभा सीट से विधायक सुरेश राणा के सामने भी 'करो या मरो' वाली स्थिति है। थानाभवन सीट से दूसरी बार विधायक बनने के लिए उन्हें कड़ा संघर्ष करना होगा। हुकुम सिंह, संगीत सोम और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी पर भी अपनी सीट के साथ ही अन्य सीटों पर पार्टी को जिताने का दारोमदार होगा।
पश्चिम की राजनीति को लेकर पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने आईएएनएस से कहा, "भाजपा एक बार फिर 2014 वाला प्रदर्शन पश्चिमी उप्र में ही नहीं, पूरे राज्य में दोहराएगी।"राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय भाजपा के युवा चेहरे श्रीकांत शर्मा पर भी खुद की सीट से जीत पक्की करने का दबाव होगा। वह पहली बार मथुरा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। जीत के बाद ही उनकी आगे की राजनीतिक दिशा तय होगी। इनका मुकाबला कांग्रेस के विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर से है।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पोते संदीप उर्फ संजदू पर भी चुनावी पारी का आगाज जीत के साथ करने की चुनौती होगी। कल्याण की बदौलत वह विधानसभा का टिकट पाने में तो कामयाब हो गए, लेकिन उनकी साख भी दांव पर है। भाजपा के अतिरिक्त अन्य पार्टियों के दिग्गजों पर भी जीतकर साख बचाने का दबाव है। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जमाने में किसान और मुसलमान का समीकरण पश्चिमी उप्र में चलता था। हालांकि वर्ष 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों के बाद रालोद के मुखिया चौधरी अजित सिंह और उनके पुत्र जयंत सिंह की ताकत बिखर गई।
दरअसल, प्रथम चरण के तहत 15 जिलों की 73 सीटों पर चुनाव होना है। इनमें से 51 सीटें सीधे तौर पर जाट मतदाता प्रभावित करने का दम रखते हैं। इन सभी सीटों पर 22 हजार से लेकर एक लाख 28 हजार तक मतदाता हैं। लेकिन कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन के कारण इन इलाकों में जीत हासिल करने का दबाव भी काफी बढ़ जाएगा।रालोद के महासचिव त्रिलोक त्यागी भी इस चुनौती को स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा, "चुनौती तो है, लेकिन हम जीत को लेकर आश्वस्त हैं। किसानों की समस्याओं को लेकर पार्टी हमेशा से आवाज उठाती रही है। कुछ दल सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति कर माहौल खराब करना चाहते हैं।"
समाजवादी पार्टी की बात करें तो राज्य के कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर के सामने अपनी किठौर सीट बचाने की चुनौती है। अमरोहा से मंत्री महबूब अली पर भी जीतने का दबाव है।सपा के दिग्गज मंत्री आजम खां के सामने इस बार अपनी जीत के साथ ही बेटे अब्दुल्ला आजम को भी जिताने का दबाव होगा। आजम को सूबे में मुस्लिम चेहरा माना जाता है। उनके बेटे को स्वार विधानसभा सीट का टिकट मिला है। सपा प्रवक्ता डॉ. सी.पी. राय ने आईएएनएस से कहा, "न सिर्फ आजम, बल्कि पूरे पश्चिमी उप्र में सपा अच्छा प्रदर्शन करेगी। जो लोग नफरत की राजनीति करते हैं, उन्हें जनता सबक जरूर सिखाएगी।"



 

Tags: Election Special

 

 

related news

 

 

 

Photo Gallery

 

 

Video Gallery

 

 

5 Dariya News RNI Code: PUNMUL/2011/49000
© 2011-2024 | 5 Dariya News | All Rights Reserved
Powered by: CDS PVT LTD