Sunday, 12 May 2024

 

 

खास खबरें पंजाब को कर्ज में डुबोना भगवंत मान सरकार की एकमात्र उपलब्धि : गजेन्द्र सिंह शेखावत सात साल में पटियाला लोकसभा हलके में किए सात काम गिनाएं कांग्रेस व आप:एन.के.शर्मा पांचवीं बार 5 लाख वोटों से जीतेंगे अनुराग ठाकुर : जयराम ठाकुर बेईमानों का कभी साथ नहीं देती देवभूमि की जनता : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पंजाब पुलिस ने हिमाचल प्रदेश की फार्मा फैक्ट्री से चल रहे अंतर-राज्यीय ग़ैर-कानूनी फार्मा सप्लाई और निर्माण नेटवर्क का किया पर्दाफाश भाजपा जिला युवा मोर्चा की अहम बैठक मोर्चा जिलाध्यक्ष ताहिल शर्मा की अध्यक्षता में हुई चुनाव प्रचार और क्षेत्रवासियों के समर्थन से मीत हेयर सब से आगे निकले "अगले पांच वर्षों में फार्मासिस्ट होंगे सबसे अधिक महत्वपूर्ण": एलपीयू में फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ने किया घोषित हरसिमरत कौर बादल पंजाब के हितों की रक्षा के लिए संसद में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के सामने खड़ी हुई है,वह आपके वोटों की हकदार है: सुखबीर सिंह बादल किसानों को फसल के नुकसान का मुआवजा देने से इंकार करने के बाद आप वोट कैसे मांग रहे हैं : रसिमरत कौर बादल ने गुरमीत सिंह खुडियां से पूछा राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने किया अश्वनी वर्मा की दो पुस्तकों का विमोचन सोनू बग्गड़ को पहली पंजाबी फ़िल्म "ट्रेवल एजेंट" के लिए धर्मेंद्र ने दिया आशीर्वाद वर्तमान हरियाणा विधानसभा में भाजपा के 40 विधायक परन्तु सदन में 39 ही दे सकते वोट नामांकन दाखिल करने के चौथे दिन 3 उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बेहतर समन्वय को लेकर अंतरराज्यीय समीक्षा बैठक हुई सी-विजिल ऐप की लोगों तक पहुंचाए जानकारी: सी.ई.ओ मनीष गर्ग लाहौल में अटल टनल रोहतांग 10 हजार 75 फुट ऊंचे नॉर्थ पोर्टल में आयोजित हुआ स्वीप कार्यक्रम आईपीएल मंच से मतदाता जागरूकता का सन्देश रुबीना दिलैक गज़ल कोठारी के 'काम और पारिवारिक संतुलन' से हुई प्रेरित जगराओं में गरजे वड़िंग ; वोटरों की जरूरत को पूरा करने का लिया संकल्प होशियारपुर से कांग्रेस की लोकसभा उम्मीदवार यामिनी गोमर ने नामांकन दाखिल किया

 

उत्तर प्रदेश चुनाव : अखिलेश यादव के सामने शिवपाल यादव खेमे से निपटने की चुनौती

Listen to this article

5 Dariya News

लखनऊ , 17 Jan 2017

उत्तर प्रदेश में चुनाव चिह्न्-'साइकिल' की रेस जीतने के बाद अब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक तरफ जहां कांग्रेस के साथ गठबंधन की कवायद में जुट गए हैं वहीं दूसरी ओर यह देखना दिलचस्प होगा कि वह शिवपाल यादव खेमे के दिग्गज नेताओं को कैसे साधेंगें। समाजवादी पार्टी के सूत्रों का दावा है कि सपा के दिग्गज नेता शिवपाल यादव के करीबी नेताओं से निपटना अखिलेश के लिए चुनौती साबित हो सकती है। उन्हें शिवपाल खेमे की ओर से चुनाव के दौरान भीतरघात किए जाने का डर सता रहा है। अखिलेश खेमे के एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस को बताया कि पहले ही काफी समय निकल चुका है। हम लोगों को 'साइकिल' चिह्न् मिलने का पूरा भरोसा था। अब जल्दी ही प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी। मुख्यमंत्री अखिलेश और कांग्रेस के बड़े नेता प्रचार के लिए निकलेंगे।बकौल सपा नेता, "अखिलेश के सामने सबसे बड़ी चुनौती शिवपाल खेमे से निपटना है। उनके साथ कई वरिष्ठ नेता हैं।
यदि ये लोग साथ नहीं आते हैं तो भीतरघात की गुंजाइश हमेशा ही बनी रहेगी। ऐसी स्थिति में कई जिलों में पार्टी को अपने लोगों से ही जूझना पड़ेगा। हमें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री जी इस चुनौती का हल भी समय रहते निकाल लेंगे।"सपा नेता की माने तो अखिलेश जल्द ही उम्मीदवारों की नई सूची जारी कर सकते हैं। इसमें शिवपाल के चहेतों को टिकट दिया जा सकता है ताकि उनके विरोध को दबाया जा सके। 'साइकिल' चिह्न् अखिलेश के हाथ में चले जाने के बाद मुलायम खेमे के शिवपाल यादव, गायत्री प्रजापति, ओम प्रकाश सिंह, शादाब फातिमा, आशु मलिक, नारद राय, अंबिका चौधरी और उनके समर्थक डेढ़ दर्जन विधायकों के सामने अजीबोगरीब हालत पैदा हो गए हैं। समाजवादी पार्टी से जुड़े सूत्रों की माने तो इनमें से कई नेता तो भाजपा के संपर्क में हैं। अखिलेश के सामने सबसे बड़ी चुनौती शिवपाल खेमे से निपटने की ही है।
केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के बेटे राकेश वर्मा को अखिलेश समर्थक मंत्री अरविंद सिंह गोप का टिकट काट कर दिया गया था। अब राकेश को साइकिल और सपा के बिना ही जूझना पड़ेगा। लखनऊ कैंट से सपा की घोषित प्रत्याशी और मुलायम की बहू अपर्णा यादव के लिए अब खुद को सपा प्रत्याशी घोषित करवाना होगा। अखिलेश यादव ने लखनऊ कैंट सीट पर उनका नाम अपनी सूची में नहीं रखा है, और गठजोड़ होने पर कांग्रेस अपनी जीती सीट नहीं छोड़ेगी। गायत्री प्रजापति अमेठी से चुनाव जीते थे। अब कांग्रेस से गठजोड़ होने पर उनकी सीट पर खतरा है। इन सबके लिए दो ही सूरत हैं या तो सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश उनको टिकट दे दें नहीं तो उन्हें दूसरी पार्टी से ही चुनाव लड़ना होगा।गौरतलब है कि सपा के चुनाव चिह्न् 'साइकिल' पर दावेदारी के लिए अखिलेश खेमे की ओर से 4716 हलफनामे पेश किए गए। अखिलेश के समर्थन में 228 में से 205 विधायकों, 68 में से 56 विधान परिषद सदस्यों ने अखिलेश के लिए शपथ पत्र दिए। इसके अलावा 24 (लोकसभा व राज्यसभा ) सांसदों में से 15 सांसदों, 46 में से 28 राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्यों, 5731 में से 4400 प्रतिनिधियों ने अखिलेश के समर्थन में हलफनामा दिया।



 

Tags: KHAS KHABAR

 

 

related news

 

 

 

Photo Gallery

 

 

Video Gallery

 

 

5 Dariya News RNI Code: PUNMUL/2011/49000
© 2011-2024 | 5 Dariya News | All Rights Reserved
Powered by: CDS PVT LTD