सतलुज-यमुना लिंक नहर (एस.वाई.एल) के संबंध में कांग्रेस लीडरशिप की ओर से नौटंकी करने के लिए तीखा हमला करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह तथा उनके साथी विधान सभा चुनावों से केवल दो महीने पहले ही इस्तीफा दे कर चीची को खून लगा कर शहीद बनने की कोशिश कर रहे है।आज सुबह इंडियन इंस्टीच्यूट आफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च में पी.जी.आई.एम.ई.आर तथा डब्लयू.एच.ओ के सहयोग से पंजाब सेहत व परिवार भलाई विभाग की ओर से आयोजित किए गए ससटेनएबल डिवैलपमैंट गोल्ज एंड यूनिवसर्ल हैल्थ कवरेज स्टेटस परसपैक्टिव सम्मेलन दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कैप्टन को चुनौती देते हुए कहा कि अगर वह सचमुच ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरुद्ध है तो उन्होंने इस मामले पर राज्य से अपने साथी संसद सदस्यों को इस्तीफे देने के लिए क्यों नहीं कहा। उन्होंने कहा कि कैप्टन का सुभाव के पक्ष से दोहरा चरित्र है। वह केवल अपनी चुनावी संभावनाओं के मद्देनजर लोगों को गुमराह करने के लिए ड्रामा कर रहे है। स. बादल ने कहा कि अगर कैप्टन संजीदा व ईमानदार है तो उसको आने वाले विधान सभा चुनावों को न लडऩे की घोष्णा करनी चाहिए, न कि राज्य में राष्ट्रपति राज लागू करने की मांग करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे राष्ट्रपति राज लागू करने की मांग करके राज्य में जमहूरी तौर पर चुनी गई सरकार की गैर मोजूदगी में एसवाईएल को बिना किसे अड़चन से मुकम्मल करना चाहते है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल भाजपा गठजोड़ पंजाब विरोधी फैसले का विरोध करता है क्योंकि विश्व स्तर पर प्रवानित रिपेरीयन सिद्धांतों के अधीन हमारा दरियाओं के पानियों पर पूरी तरह से कानूनी हक है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य के समझदार लोग कांग्रेस को अपने घिनौने हथकंडों में सफल होने की कभी भी आज्ञा नहीं देगें क्योंकि इस ने पहले दिन से ही दरियाओं के पानी के बंटवारे संबंधी अंतरराज्य मसले पर राज्य के लोगों से धोखा किया है और पंजाब के हितों के विरुद्ध साजिश रची है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस संकट को पैदा करने के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि राज्य से एक भी बूंद पानी किसी दूसरे राज्य में नहीं जाने दी जाएगी तथा न ही नहर के निर्माण के लिए एक भी ईंट लगने दी जाएगी। दरिया के पानियों को कानूनी तौर पर राज्य को अलग करने की कांग्रेस की ओर से की गई साजिशों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय की प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी पंजाब संकट के लिए जिम्मेदार है क्योंकि उसने उस समय के कांग्रेसी मंत्री श्री दरबारा सिंह से पंजाब का पानी हरियाणा को देने के लिए समझौते पर जबरन हस्ताक्षर करवाए थे और पंजाब के दरियाई पानियों के हितों के लिए सुप्रीम कोर्ट में दर्ज दरबारा सिंह से केस वापस करवाया था। स. बादल ने कहा कि कांग्रेस के पंजाब प्रधान अमरिंदर सिंह ने श्रीमति इंदिरा गांधी को बुला कर कपूरी में नहर का टक्क लगवाया था इस लिए वह ही इसके लिए जिम्मेदार है। यह उसका अपना विधान सभा हलका है और यह टक्क लगाने के लिए उसने श्रीमती गांधी को चांदी की कही दी थी। उन्होंने कहा कि इसके उलट शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब के हितों के लिए लंभा शांतिपूर्ण जमहूरी मोर्चा लगाया था जिस के नतीजे के तौर पर पंजाब का पानी बाहर नहीं जा सका। उन्होंने कहा कि राज्य का पानी प्रत्येक पंजाबी की जीवन रेखा है जिस के कारण हमारी यह जिम्मेदारी बनती है कि हम इन पानियों की रक्षा करें।
इससे पहले सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने दोहराया कि शिरोमणि अकाली दल भाजपा सरकार राज्य के लोगों को उचित व बढिय़ा सेहत सेवाएं मुहैय्या करवाने के लिए वचनबद्ध है। लोगों के बेहतर जीवन पर जोर देते हुए स. बादल ने लोगों को सलाह देते हुए कहा कि वे साधारण खाना खाने खाएं व रोजाना कसरत करें। उन्होंने नियमित तौर पर सेहत का चैकअप करवाने की भी सलाह दी ताकि किसी भी बिमारी का समय पर पता लग सकें। उन्होंने कहा कि यह ही सेहतमंद तथा लंभे जीवन का राज है।राज्य सरकार की ओर से गंभीर बीमारियों से निपटने के लिए की गई पहलकदमियों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कैंसर तथा हैपीटाईटस-सी जैसी बीमारियों से पीढि़त लोगों को मुफ्त इलाज मुहैय्या करवा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मोहाली में एडवांस सैंटर फार ओटीजम ट्रीटमैंट एंड रिसर्च को प्रवानगी दी है। स. बादल ने कहा कि लोगों का पहली बार 50 हजार रुपये का बीमा करवाया गया है और शीघ्र ही राज्य के दो हजार मैडीकल स्टोरों में क्रोनिक बीमारियों के मरीजों को मुफ्त दवाई मिलनी शुरु हो जाएगी।इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पंजाब सेहत सुविधा पोटर्ल भी लांच किया तथा उच्च हस्तियों को सम्मानित किया।इस मौके पर कैबनिट मंत्री श्री सुरजीत कुमार जियाणी, केंद्रीय सेहत सचिव श्री सीके मिश्रा, प्रमुख सचिव सेहत श्रीमती विन्नी महाजन, प्रबंधकी डायरैक्टर पंजाब सेहत सेवाएं श्री हुसन लाल, सचिव डाक्टरी शिक्षा व खोज श्री विकास प्रताप, विशेष सचिव सेहत व परिवार भलाई श्री विकास गर्ग, विशेष प्रमुख सचिव/मुख्यमंत्री डा. एस करुणा राजू, डिप्टी कमिश्नर श्री डीएस मांगट तथा एसएसपी श्री जीएस भुल्लर शामिल थे।