नई दिल्ली में एक पूर्व सैनिक की आत्महत्या मामले में कांग्रेस के रोष प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ने साबित कर दिया है कि हजारों बेगुनाह सिखों का कत्लेआम करने वाले सज्जन कुमार आज भी उनके साथ हैं। सज्जन कुमार के साथ जुगलबंदी करते राहुल गांधी ने सिखों के प्रति अपना रवैया साफ साफ जता दिया है।दिल्ली सिख गुरूद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के महासचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा है कि लोगों को उममीद थी कि राहुल गांधी सिखों के कातिलों से दूर रहेंगे। लेकिन बुधवार को ही रोष प्रदर्शन के दौरान सज्जन कुमार नजर आए राहुल गांधी ने साबित कर दिया कि सिखों के प्रति उनका प्रेम दिखावे से ज्यादा कुछ नहीं है।उन्होंने कहा कि वह खुद और दिल्ली सिख गुरूद्वारा मैनेजमेंटी कमेटी पूर्व सैनिक की मौत पर आहत हैं। इस मामले में सिखों के कातिल सज्जन कुमार के साथ धरना देते राहुल ने सिखों के जखमों पर नमक छिडक़ा है।
बरसों गुजरने के बावजूद सिखों को आज तक न्याय नहीं मिला। सिखों को आज भी इसका गहरा मलाल है।सिरसा ने कहा कि सैनिकों के खून की दलाली जैसी भाषा बोलने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने खुद एक पूर्व सैनिक की मौत पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश की है। रोष प्रदर्शन करने के दौरान राहुल गांधी पुलिस पर तो खूब भडक़े मगर आज तक सिखों के कातिलों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं करने वाले आला पुलिस अफसर उनको नजर नहीं आए। राहुल गांधी ने पूर्व सैनिक की मौत मामले में सरकार से माफी मांगने की मांग तो की मगर खुद आज तक निर्दोष सिखों की हत्याओं पर माफी मांगने की जुर्रत कयों नहीं की।सिरसा ने कहा कि इस मामले का सबसे दुखद पहलु कैप्टन अमरेंद्र सिंह का सिखों के कत्लेआम के जगदीश टाइटलर को कलीन चिट देना रहा है। टाइटलर के खिलाफ आज भी अदालत में कई मामले लंबित पड़े हैं। पंजाब में सिखों का सहारा लेने से पहले कैप्टन को साबित करना होगा कि वह सिखों के कातिलों के साथ हैं या सिखों के साथ।