शिरोमणि अकाली दल ने मंगलवार को लुधियाना में पंजाब के मुखयमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उपमुखयमंत्री सुखबीर बादल के पुतले जलाने की कोशिश को दुर्भागयपूर्ण और शर्मनाक हरकत बताया है। राज्य के उपमुखयमंत्री के सलाहकार मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस घटना को कांग्रेस के संस्कारों की देन बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लुधियाना रैली के दौरान मुखयमंत्री और उपमुखयमंत्री के पुतले जलाने की कोशिश ने साबित कर दिया कि कांग्रेस मूल रूुप से सिख और पंजाब विरोधी हैं। इंसानों को जिंदा जलाना कांग्रेसियों के स्वभाव में है। वर्ष 1984 में सिखों को जिंदा जला कर कांग्रेस ने समूची इंसानियत को शर्मिंदा किया था। ऐसी और भी न जाने कितने ही अभागों को जिंदा जलाने की अनकही कहानियां कांग्रेस के इतिहास से जुड़ी हैं।
सिरसा ने कहा कि कांग्रेस को अपना भविष्य अभी से नजर आने लगा है। अपनी हार को देख कर कांग्रेसी अपना मानसिक संतुलन गंवा कर उल्टी सीधी हरकतों पर उतर आए हैं। लेकिन कुदरत भी कांग्रेस के साथ नहीं है। उन्होंने कहा कि लुधियाना रैली के दौरान मुखयमंत्री और उपमुखयमंत्री के पुतले जलाने की कोशिश को कुदरत ने भी नकार दिया। पुतलों को आग ही नहीं लग सकी। इस कत्लेआम के लिए 32 साल गुजर जाने के बावजूद किसी को इस जघन्य हत्याकांड की सजा नहीं मिली। इतना सब करने के बावजूद कांग्रेसी पंजाब और पंजाबियों से अपने ही कातिलों को जीत दिलवाने की उममीद रखते हैं। पंजाबियों पर हुए कांग्रेस के जोर जुल्म को पंजाबी कभी भी भूल नहीं सकते।