शिक्षा मंत्री डा. दलजीत सिंह चीमा ने आज सीजीसी लांडरां में शिक्षा विभाग द्वारा मनाये गये अध्यापक दिवस के राज्यीय स्तरीय समागम के दौरान दो हस्तियों को लाइफ टाइम अचीवमैंट, 34 अध्यापक राज्य पुरस्कार और 33 अध्यापक, शिक्षा अधिकारियों/कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। पहली बार आरंभ किये लाइफ टाइम अचीवमैंट पुरस्कार दो शख्शीयतों सिस्टर मिराबेल और प्रिंसीपल स्वर्ण सिंह को दिया गया। इसमें एक-एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि, एक मैडल, एक शाल तथा एक प्रशस्ति पत्र दिया गया जबकि राज्य पुरस्कारों के लिए भी इस बार बढ़ी हुई पुरस्कार राशि 10 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये दी गई। स्टेट पुरस्कार हासिल करने वाले 34 अध्यापकों को 25-25 हजार रुपये, एक मैडल, शाल और प्रशस्ति पत्र दिया। इन अध्यापकों को सेवा में एक वर्ष की बढ़ौतरी भी पुरस्कार के तौर पर मिलेगी। 33 अध्यापकों/शिक्षा अधिकारियों /कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया।
राज्य स्तरीय समारोह की शुरूआत सरस्वती वंदना से हुई। इस पश्चात मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने सर्वपल्ली डॉ. राधा कृष्णन की तस्वीर पर फूल-मालांए अर्पित की। समागम का उस समय शिखर हो गया जब लाइफ टाईम अचीवमैंट पुरस्कार के लिये चुनी गई दोनो हस्तीयों को सम्मान्नित करने से पहले दोनो संबंधी दस्तावेजी फिल्म दिखाई। पूरा हाल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। दस्तावेजी फिल्म दिखाने के बाद सिस्टर मिराबेल और प्रिंसीपल स्वर्ण सिंह को स्टेज पर बिठाया गया जहां शिक्षा मंत्री डॉ. चीमा ने उनके पास जाकर दोनों को सम्मान्नित किया। इससे पहले पुरस्कार की रस्म आरंभ करने से पहले अध्यापकों को संबोधित करते हुये डॉ. चीमा ने कहा कि पहली बार लाइफ टाइम अचीवमैंट पुरस्कार किया गया जिसके साथ उमर भर के अध्यापन क्षेत्र में सेवाएं निभाने वालों को स मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लाइफ टाइम अचीवमेैंट अवॉर्ड के लिए किए गए चयन में पहली श ि़सयत 72 वर्ष के प्रिंसीपल स्वर्ण सिंह है जो बाबा आया सिंह रियाड़की कालेज तुगलवाला (गुरदासपुर) के संस्थापक प्रिंसीपल हैं। प्रिंसीपल स्वर्ण सिंह ने 1976 में जब बाबा आया सिंह रियाड़की कालेज को स्थापित किया था तो उस समय 14 लड़कियों ने प्रवेश लिया था और आज यहां 5000 से अधिक विद्यार्थी शिक्षा हासिल कर रहे हैं। प्रिंसीपल स्वर्ण सिंह गत् 40 वर्षों से यहां सेवा निभा रहे हैं। इस संस्था की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि सीनियर कक्षाओं के विद्यार्थी जूनीयर विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं और विद्यार्थियों का नतीजा ना केवल बढिय़ा आता है बल्कि अधिकतर विद्यार्थी प्रथम डिवीजन में पास होते हैं।
उन्होंने कहा कि लाइफ टाइम अचीवमेैंट अवॉर्ड के लिए दूसरी श ि़सयत के रूप में सैकरड हॉर्ट कॉन्वैंट स्कूल लुधियाना की संस्थापक सिस्टर मीराबेल को चुना गया जोकि अब 98 वर्ष की हो चुकी हैं और आज भी स्कूल कै पस में ही रह रही हैं। वह आज भी बच्चों और स्टाफ को प्रेरणा दे रही हैं। वह 1965 में अपने राज्य कर्नाटका को छोड़कर पंजाब आई तथा स्थानीय प्रशासन व लोगों के सहयोग से सैकरड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल की शुरूआत की।शिक्षा मंत्री ने इस मौके अध्यापक वर्ग को स बोधन करते कहा कि उन्हें जहां अध्यापक दिवस की मु यमंत्री स.प्रकाश सिंह बादल व उपमु यमंत्री स.सुखबीर सिंह बादल द्वारा बधाई दी गई वहीं पूर्व राष्ट्रपति डा.सर्वपल्ली राधा कृष्णन को भी याद किया जिनके जन्म दिवस को अध्यापक दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि आज के इस पवित्र दिवस पर समूचा अध्यापक वर्ग यह संकल्प लें कि पंजाब को शैक्षणिक क्षेत्र में देश का नंबर एक राज्य बनाया जाए।
इससे पूर्व प्रमुख सचिव श्री जी विज्रालिंगम ने विभाग द्वारा स्वागत करते कहा कि शिक्षा विभाग के लिए आज के दिन की बड़ी महत्ता है। डायरैक्टर जनरल स्कूल शिक्षा श्री प्रदीप अग्रवाल ने अध्यापक को ईश्वर से उपर का दर्जा देने की बात कही उन्होंने अध्यापक दिवस मौके देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जारी संदेश को पढ़ा। इससे पहले सी जी सी लांडरा के चेयरमैन स.सतनाम सिंह संधू ने अध्यापक दिवस समारोह के मु य अतिथि डा.चीमा, अधिकारियों, शिक्षाविभाग से जुड़े अधिकारियों, अध्यापकों का स्वागत किया तथा राज्य के सरकारी स्कूलों के अध्यापकों के योगदान की प्रशंसा की। डी पी आई सैकेंडरी शिक्षा श्री बलबीर सिंह ढोल ने अंत में सभी का धन्यवाद किया। डी पी आई एलीमैंटरी शिक्षा श्रीमती पंकज शर्मा और निदेशक प्रशासन श्रीमती गुरप्रीत कौर धालीवाल ने अध्यापकों को स मानित करते समय अध्यापकों की प्राप्तियों के प्रशंसा पत्र पढ़कर सुनाएं। स्टेज संचालन मु य अध्यापिका श्रीमती रूपिंदर कौेर ग्रेवाल ने किया।कार्यक्रम दौरान सरकारी कन्या सीनियर सैकेंडरी स्कूल सोहाना की लड़कियों ने देह शिवा.. शब्द का गायन किया। नैशऩल अवॉर्डी अध्यापक कर्मजीत सिंह ने अध्यापकों की प्रतिष्ठा और पंजाबी राज्य संबंधी गीत पेश किए। इस मौके सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल नूरपुर बेदी के बच्चों द्वारा कव्वाली, भुट्टो स्कूल के बच्चों द्वारा भंगड़े व रोपड़ स्कूल की लड़कियों द्वारा भंगड़े और सी जी सी लांडरा के विद्यार्थियों ने कोरियोग्राफी पेश की गई। कार्यक्रम की समाप्ति सी जी सी लांडरा के एन सी सी कैडिट द्वारा जन गन मन. . से हुई।
सम्मान्नित हस्तियों के नाम:
लाइफ टाइम अचीवमैंट अवार्ड (2)
प्रिंसीपल स्वर्ण सिंह (आयु 72 वर्ष) एवं सिस्टर मीराबेल (आयु 98 वर्ष )
राज्य पुरस्कार के लिए चयनित 34 अध्यापकों की सूची:
प्रिंसीपल (2) - श्री मुकेश चंद्र जोशी, स(कं), ससस, पट्टी, तरनतारन और श्रीमती सुरेश कुमारी, स(ग) ससस, सेक्टर 3 तलवाड़ा, होशियारपुर
मुख्यअध्यापक (2) श्री सुभिंदरजीत सिंह, सहस अलगो कोठी, तरनतारन और श्री जोगा सिंह सहस राजोमाजरा, संगरूर।
लैक्चरार (7) श्री सरबजीत सिंह, बलवीर सससस, फरीदकोट, जवतिंदर कौर, सससस (क) , रूपनगर, श्रीमती अलका रानी, स (क) ससस, नेहरू गार्डन जालंधर, श्रीमती करमजीत कौर, स (कं) ससस,सोहना, एसएएस नगर, श्री सतिंदर कौर सससस, धुपसड़ी, गुरदासपुर, श्रीमती गुरनाम कौर सससस, सठियाला, अमृतसर और श्री रणजीत सिंह, सससस, गिलजेवाल श्री मुक्तसर साहिब।
मास्टर कॉडर अध्यापक (14)श्री लखविंदर सिंह सहस बलसराय, अमृतसर, श्रीमती देविंदर कौर, सससस, कौकरीकलां (लड़के) मोगा, श्री रवीन्द्र कुमार, डीपीई सससस, बरे मानसा, श्रीमती शकुरा बेगम, पीटीआई, सहस जमालपुरा, संगरूर, श्रीमती नीरज सैनी, एस डी फूलरवान (ग) ससस, जालंधर, श्री किरणदीप सिंह, सहस सिहोड़ा, लुधियाना, श्री पियारा सिंह, सहस गुरनेकलां, मानसा, श्री कंवलप्रीत सिंह सहस, दयाल भड़ंग, अमृततसर, श्री जसपाल सिंह, आर्ट एंड क्राफ्ट, सहस सिंहपुरा एस ए एस नगर, मोहाली, श्री हरमंदिर सिंह पीटीआई समस, ललेआना, बठिंडा, श्री जसवंत सिंह, समस, राजगढ़, लुधियाना, श्री शिवसरन, समस, रामगढ़ नया गांव लुधियाना, श्री जगदीश सिंह, पीटीआई समस खेड़ा होशियारपुर, श्री धर्मेन्द्र सिंह समस, किंगरा, फरीदकोट।
ई टी टी कॉडर: (9) श्री शिंदरपाल सिंह सअस, फुल्लेखारी, बठिंडा, श्री कुलविंदर सिंह, सअस, बरास, पटियाला, श्री सुलखन सिंह, सअस, भटियां, गुरदासपुर, श्री नरेश कुमार सअस, ढाणी, अरम सिंह, फाजिल्का, श्री गुरमेज सिंह, हैड टीचर सअस, बरकत, गुरदासपुर, श्री अजमेर सिंह सअस, नत्थेवाल, जालंधर, श्रीमती अनीता, सअस, बरीआर, गुरदासपुर, श्री अमरजीत सिंह, सअस रल्ली , मनसा और श्री सुरिंदर सिंह एव श्रीमती रेणु सिंगला (संयुक्त) सअस, रत्तोके, संगरूर।
इसके अलावा, 26 शिक्षकों को प्रशंसा पत्र दिये जा रहें हैं जिनकी मैरिट नंबर 60 से अधिक होने से पुरस्कार के लिए योग्य थे परंतु पुरस्कारों के लिए सीमित संख्या होने के कारण पुरस्कार हासिल नही कर सके। शिक्षा विभाग द्वारा इन शिक्षकों को एक प्रशस्ति पत्र देने का फैसला किया गया है।
प्रशस्ति पत्र के साथ 26 शिक्षकों की सूची:
प्रिंसीपल (7): श्री भूपिंदर सिंह, सससस, मंड, जालंधर, श्री तेजिंदर कुमार सससस, सधारां, होशियारपुर, श्रीमती अंजू गोयल, सससस, ईलवाल, गगड़पुर, संगरूर, श्री भूपिंदर सिंह ससससबाघापुराणा (मं), मोगा, सुश्री वीना भल्ला, सससस, (कं), धूरी, संगरूर, श्रीमती सुनीता शर्मा, सससस, रामगढ़ सीकरी, होशियारपुर और श्री राकेश शर्मा, सससस, बहिक, गुजरां, फिरोजपुर।
मुख्यअध्यापक (1): श्री बी पी एस ठाकुर, जी एम एन स्कूल, रोपड़।
लैक्चरार (6): - श्री सुरेश कुमार सहगल, सससस, महिंदरगंज, राजपुरा, पटियाला, श्री चरणजीत सिंह, सससस, हठूर, लुधियाना, श्री जगजीत सिंह, सससस, गौसला, लुधियाना, श्री सुनील बहल, सससस, 3 बी 1 एसएएस, नगर, श्री गुरमीत सिंह, सससस, रंगढ़, नंगल, गुरदासपुर, श्री लाभ सिंह सससस, भोगीवाल,संगरूर।
मास्टर कैडर शिक्षक (10): श्री रशपाल सिंह, सहस धूलकोट, श्री मुक्तसर साहिब, श्री रविन्द्र सिंह, ससस, सहोड़ा, सअस,नगर, श्रीमती परविंदर कौर, सससस, चक्क रूलदू सिंह वाला, बठिंडा, श्री सुरेंद्र मोहन, डीपीई सससस, (कं) धुरी, संगरूर, श्रीमती गुरवंतकौर, डीपीई, समस, शाहपुर कंडी, पठानकोट, श्री मख्खन सिंह, डीपीई, सससस, बुढलाडा (लड़के), मानसा, श्री जसविंदर पाल, डीपीई, सससस, नडाला, कपूरथला, श्री घुक्का सिंह, पीटीआई, सससस, कोहरियां, संगरूर, श्रीमती कमलजीत कौर ,पीटीआई, स (कं) सससस, रेलवे बाजार, होशियारपुर और श्री जसपाल सिंह पीटीआई, सससस ( कं) समराला, लुधियाना।
ईटीटी कॉडर (2): श्री दीपक कुमार वशिष्ठ, सअस, नई आबादी -1 ए होशियारपुर और श्रीमती इंदु बाला स (कं) पस, गोराया, जालंधर।
इसके अलावा शिक्षा विभाग से संबंधित मुख्यालय के प्रमुखों द्वारा मुख्य एवं जिला कार्यालय में नामित तैनात 7 शिक्षा अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जा रहा है।
अनुकरणीय सेवाओं के लिए: प्रशस्ति पत्र (7)
डॉ. मनिंदर सिंह सरकारिया, डिप्टी एसपीडी, सुश्री मंजीत कौर, निदेशक, शैक्षणिक, पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड, श्रीमती नलिनी शर्मा, विशेष कार्य अधिकारी (छात्रवृत्ति), श्री परगट सिंह, उप जिला शिक्षा अधिकारी (एस) फिरोजपुर, श्रीमती सतिंदरजीत कौर, उप निदेशक, श्री राजवीर सिंह, उप प्रबंधक (एम आई एस) और श्री सुरिंदर पाल शर्मा, सेवानिवृत्त दर्जा चार कर्मचारी, सहस कबूलपुर, पटियाला।