कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी बचाओ मंच ने हरियाणा विधानसभा में कुवि के अस्तित्व को बचाने का मुद्दा उठाने पर इनेलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा तथा इनेलो विधायक दल के उपनेता एवं पिहोवा के विधायक जसविंद्र सिंह संधू को धन्यवाद पत्र देकर उनका आभार व्यक्त किया है। मंच के संयोजक मदनगोपाल शर्मा के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने अशोक अरोड़ा के निवास स्थान पर जाकर दोनों नेताओं का इस मामले को लेकर विशेष रूप से आभार जताया। उल्लेखनीय है कि हरियाणा सरकार ने कुवि से संबंधित बीएड व इंजीनियरिंग कालेजों को प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों के अधीन करने का फैसला लिया, जिस पर कुवि पैंशनर्स एसोसिएशन की पहल पर नगर की सामाजिक, शैक्षणिक, व्यापारिक संस्थाओं ने कुवि बचाओ मंच का गठन किया था। मंच ने मुख्यमंत्री सहित अनेक मंत्रियों तथा सत्ता व विपक्ष के विधायकों को इस बारे में ज्ञापन सौंपे थे। इनेलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने मंच को विश्वास दिलाया था कि उनकी पार्टी इस मुद्दे को मानसून सत्र में विधानसभा में उठाएगी, जिस पर इनेलो विधायक दल के उपनेता पिहोवा के विधायक जसविंद्र सिंह संधू ने इस मामले को विधानसभा में उठाया तो हरियाणा के शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने सदन को आश्वासन देना पड़ा कि कुवि से संबद्ध किसी भी बीएड व इंजीनियरिंग कालेज को प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों के अधीन नहीं किया जाएगा और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की महत्ता बरकरार रखी जाएगी।
कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी बचाओ मंच के संयोजक मदन गोपाल शर्मा ने कहा कि हरियाणा विधानसभा में उत्तरी हरियाणा से संबंधित केवलमात्र जसविंद्र सिंह संधू ने ही इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया। इसके लिए मंच श्री संधू का विशेष रूप से आभार व्यक्त करता है। इस अवसर पर इनेलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा तथा विधायक जसविंद्र सिंह संधू ने शिष्टमंडल को आश्वासन दिया कि कुरुक्षेत्र के हितों के लिए इनेलो हमेशा आवाज उठाती रही है और भविष्य में भी इसी प्रकार आवाज उठाती रहेगी। दोनों नेताओं ने कहा कि हरियाणा सरकार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के साथ सौतेला व्यवहार कर ही है। विश्वविद्यालय की सरकारी ग्रांट काफी कम कर दी गई। उन्होंने मांग की कि कुवि से संबद्ध बीएड कालेजों को चौ रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद के अंतर्गत करने का जो निर्णय सरकार ने लिया है। अब शिक्षा मंत्री के आश्वासन देने के पश्चात सरकार तुरंत इस आदेश को रद्द करे और कुवि से संबद्ध बीएड कालेजों को दोबारा फिर इसी विश्वविद्यालय के अधीन किया जाए। उन्होंने शिष्टमंडल को यह भी आश्वासन दिलाया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय व कुरुक्षेत्र की जनता के हितों के लिए इनेलो हमेशा संघर्ष के लिए तैयार रहेगी। अरोड़ा ने कहा कि इस मुद्दे को केवल पिहोवा के विधायक जसविंद्र सिंह संधू ने ही विधानसभा में उठाया, जबकि इस इलाके के अन्य विधायक विधानसभा में चुप्पी साधे बैठे रहे। अरोड़ा ने कहा कि समय आने पर इलाके की जनता ऐसे नेताओं को मुंहतोड़ जवाब देगी।