आज यहां पंजाब के परिवहन मंत्री अजीत सिंह कोहाड़ की अध्यक्षता में परिवहन विभाग की वर्ष 2015-16 की कारगुज़ारी समीक्षा बैठक हुई जिसमें श्री आर वैंकट रत्नम, आई ए एस, प्रमुख सचिव परिवहन, श्री राविन्द्र सिंह आई ए एस, प्रबंधकीय निदेशक, पी आर टी सी, श्री अश्विनी कुमार, आई ए एस निदेशक राज्य परिवहन और पंजाब राज्य में पी आर टी सी, पनबस तथा पंजाब रोडवेज के महा प्रबंधक भी शामिल हुए। बैठक में वर्ष 2015-16 की परिवहन विभाग की समूची कारगुज़ारी की पड़ताल की गई।बैठक के दौरान स.कोहाड़ ने बताया कि पी आर टी सी की वर्ष 2014-15 दौरान कुल आय 400 करोड़ रूपए और कुल खर्चा 427 करोड़ रूपए था, वर्ष 2015-16 के दौरान आय बढ़कर 464 करोड़ रूपए और खर्चा घटकर 426 करोड़ रूपए आया इसी प्रकार वर्ष 2014-15 में जहां पी आर टी सी का ऑपरेटिंग घाटा 27 करोड़ रूपए था वर्ष 2015-16 दौरान इसने 38 करोड़ रूपए का ऑपरेटिंग लाभ कमाया जो एक बढिय़ा उपलब्धि है।उन्होंने आगे बताया कि पी आर टी सी की यह उपलब्धि सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए सरकार से प्राप्त होने वाली ग्रांट और सेवा निवृत्त कर्मचारियों को दी गई पेंशन की राशि की गणना करने के पश्चात है। परिवहन मंत्री द्वारा अधिकारियों को इस में और सुधार लाने के लिए निर्देश दिए गए।पंजाब रोडवेज/पनबस की कारगुज़ारी को विचारने के पश्चात् स.कोहाड़ ने बताया कि नई बसें डालने के पश्चात् आय में चाहे कुछ बढ़ोतरी हुई है परंतु यह अधिक नाकाफी है और इसे ओर बढ़ाने के लिए कठोर मेहनत करने की आवश्यकता है। खर्चे में भी ओर किफायत की जा सकती है। कोहाड़ द्वारा सभी अधिकारियों को कठोर मेहनत करने, विभाग की आय में बढ़ोतरी करने और खर्चें में किफायत करके राज्य के लोगों को बढिय़ा सफर सुविधाएं मुहैया करवाने के निर्देश दिए और उनकी कारगुजारी की प्रत्येक माह समीक्षा करने संबंधी भी फैसला किया।