वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने हिमाचली जनजातीय विद्यार्थियों की जीवन के हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने और राष्ट्रीय स्तर पर मैट्रो शहरों के विद्यार्थियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जनजातीय विद्यार्थी देश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों विशेषकर नई दिल्ली में शिक्षा प्राप्त करने के साथ-साथ प्रदेश की समृद्ध संस्कृति का संरक्षण व प्रचार-प्रसार भी कर रहे हैं तथा शैक्षणिक क्षेत्र में भी नाम रौशन कर रहे है।ठाकुर सिंह भरमौरी गत दिवस नई दिल्ली में हिमाचली जनजातीय विद्यार्थी कल्याण संघ के वार्षिक समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर महामहिम टुल्पू जी महाराज मुख्य अतिथि थे। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष व लाहौल-स्पीति के विधायक श्री रवि ठाकुर और हिमाचल प्रदेश वन निगम के उपाध्यक्ष श्री केवल सिंह पठानिया भी उपस्थित थे।
वन मंत्री ने पांगी, भरमौर, लाहौल-स्पीति तथा किन्नौर के जनजातीय विद्यार्थियों की देश की राजधानी नई दिल्ली में वार्षिक कार्यक्रम आयोजित करने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र कोसर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की जा रही है और स्नातक स्तर तक विद्यार्थियों को उनके घर के नजदीक शिक्षा प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि जनजातीय व दूरदराज क्षेत्रों विशेषकर लड़कियों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।श्री भरमौरी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा इन कठिन क्षेत्रों में संचार सुविधाएं सृजित करने को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश के जनजातीय व दूरदराज क्षेत्रों के लिए 150 छोटी बसें खरीदने का निर्णय लिया है।इससे पूर्व, एसोसियेशन के पदाधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया व एसोसियेशन गतिविधियों बारे जानकारी दी।