सबसे चमकीली आकाशगंगा 'डब्लू2246-0526' बेहद अशांत और उपद्रवी है। यह तारों के निर्माण प्रक्रिया के लिए जिम्मेदार गैसों का लगातार उत्सर्जन करती रहती है। चिली के रेगिस्तान में एल्मा रेडियो टेलीस्कोप की सहायता से शोधार्थियों के एक दल ने 12.4 बिलियन प्रकाश वर्ष पूर्व छिपे हुए क्वासर (ऊर्जा और प्रकाश का समूह) का पता लगाया है, जोकि अपने आप में बेहद अराजक है।नासा के वाइड-फील्ड इंफ्रारेड सर्वे एक्सप्लोरर (वाइस) के पहले के शोध यह बताते हैं कि आकाशगंगाएं अवरक्त प्रकाश में चमकती हैं, जिसकी तीव्रता 350 ट्रिलियन सूर्यो के प्रकाश के बराबर होती है। इस आकाशगंगा के केंद्र में एक विशालकाय ब्लैक होल है जो धूल की एक मोटी चादर के पीछे छिपा रहता है। इस आकाशंगा की आश्चर्यजनक चमक अविश्वसनीय ऊर्जावान डिंब से संचालित है। इस डिंब को तेजी से बढ़ाता हुआ यह प्रकाश आसपास की उस धूल को अवशोषित करता है, जो ऊर्जा को दोबारा अवरक्त प्रकाश में उत्सर्जित करती है। अल्मा के शोध दल के खगोल विज्ञानी रॉबटरे एसेफ ने बताया, "इस आकाशगंगा के यही गुण इसे अवरक्त प्रकाश में इतना क्रूर बनाते हैं।" यह शोध खगोल भौतिकी की पत्रिका 'लेट्र्स' के अगले अंक में प्रकाशित किया जाएगा।