रतन ग्रुप आफ इंस्टीच्यूशनज़, सोहाना द्वारा कैंपस में पहली अंतर्राष्ट्रीय कानफ्रेंस का सफल आयोजन किया गया। इस कानफ्रेंस को करवाने का मुख्य मक्सद आज के विज्ञानिक युग में नरसिंग के क्षेत्र में आ रही नई तकनीकों व रोज़ाना आने वाली चुनौतियों पर विचार चर्चा करते हुए इसके सार्थिक हल निकालना था।राष्ट्रीय स्तर की इस कानफ्रेंस की शुरूआत मुख्य मेहमान हरियाणा के गर्वनर प्रो. कप्तान सिंह सोलांकी ने की, जबकि बाबा फरीद यूनीवर्सिटी आफ हैल्थ साईंस के वाईस चांसलर डा. राज बहादर विशेष मेहमान थे। इस के अतिरिक्त सरकारी मेडिकल कालेज व अस्पताल चंडीगढ़ सैक्टर-32 के डायरैक्टर डा. बी एस चवान व कैलेफोरनिया से कालेज आफ नरसिंग के डीन डा. मैरी एम लोपेज़ ने विशेष तौर पर शिरक्त करते हुए इस संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा की। इस कानफ्रेंस में नरसिंग शिक्षा में मौजूदा रुझान, विदेशों में नरसिंग में प्रौक्टिस व खोज के अवसर, नरसिंग क्षेत्र में अने वाले चैलेज़ समेत कई संवेदनशील मुद्दों को विचारा गया।
इस मौके चेयरमैन सुंद्र लाल अग्रवाल ने मुख्य मेहमान व अन्य उपस्थित दर्शकों का स्वागत करते हुए कहा कि इस कानफ्रेंस का मुख्य मक्सद छात्रों को आने वाले समय की चुनौतियों के लिए तैयार करना था व इसी लड़ी अंतर्गत आने वाले समय में सैमीनार करवाकर छात्रों को इस सबंधी विशेष जानकारी प्रदान करवाई जाएगी। इसके साथ ही उनको विदेश में भी पढ़ाई करने व बेहतरीन नौकरी प्राप्त करने के अवसर प्रदान करने पर विचार चर्चा की गई।मुख्य मेहमान महां मुहिम राजपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलांकी ने अपने विचार सांझे करते हुए कहा कि आज विश्व स्तर पर तकनीकों में तबदीली आ रही है। इस लिए विद्यक संस्थाओं की जिम्मेदारी बनती है कि वे विश्व स्तर के मुकाबलों के लिए छात्रों को तैयार करें। उन्होंने इस अंतर्राष्ट्रीय कानफ्रेंस की प्रसंशा करते हुए कहा कि रतन ग्रुप द्वारा उठाया गया यह निर्णय प्रशंसायोग्य है। जिसमें छात्रों व शिक्षा जगत के बुधिजीवियों को एक पलेटफार्म पर लाकर कुछ नया सीखने का अवसर दिया गया है। इस दौरान बुद्धीजिवियों ने सबंधित विषय पर अपने विचार पेश करते हुए छात्रों द्वारा उत्सुक्ता पूर्क पूछे कई प्रशनों के उत्तर भी बेहद अच्छे ढंग से दिए गए। इस मौके बड़ी संख्या में छात्र, अध्यापक व अन्य उपस्थित थे।