उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि अधिकारियों द्वारा स्थानीय भाषा सीखना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कार्यकुशलता बढ़ता है तथा स्थानीय लोगों से बातचीत को आसान बनाता है। उपराष्ट्रपति महोदय नागपुर स्थित राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी के भारतीय राजस्व सेवा-71 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों से बातचीत कर रहे थे, जो उनसे मिलने आज नई दिल्ली आए थे।उपराष्ट्रपति महोदय ने इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि अधिकारियों को अपनी मातृभाषा में भी निपुण होना चाहिए। अपनी मातृभाषा में निपुण बनें और जितना संभव हो अधिक से अधिक भाषाएं सीखें। किसी भी भाषा के खिलाफ मत हों।उपराष्ट्रपति ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और देश की एकता एवं अखंडता को प्रोत्साहन देने के लिए आईएएस, आईपीएस जैसी सेवाओं का निर्माण किया था। सरदार पटेल ने अधिकारियों में चरित्र, क्षमता, कौशल और उचित व्यवहार पर विशेष जोर दिया था।डब्ल्यूटीओ की अनौपचारिक मंत्रिस्तरीय बैठक में शिरकत करने वाले मंत्रियों/वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों ने प्रधानमंत्री से भेंट की विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की अनौपचारिक मंत्रिस्तरीय बैठक में शिरकत करने वाले मंत्रियों और वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों ने आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की।
बातचीत के दौरान बहुपक्षीय व्यापार से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चाएं हुईं। कई मंत्रियों ने इस मंत्रिस्तरीय बैठक की मेजबानी करने के लिए भारत द्वारा की गई पहल की सराहना की।गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि डब्ल्यूटीओ की अनौपचारिक मंत्रिस्तरीय बैठक में विचार-विमर्श सकारात्मक साबित होंगे। उन्होंने नियम आधारित ऐसी बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई जो समावेश या समग्रता और आम सहमति पर आधारित हो। उन्होंने कहा कि एक सुदृढ़ विवाद समाधान व्यवस्था भी डब्ल्यूटीओ के महत्वपूर्ण फायदों में से एक है।प्रधानमंत्री ने कहा कि बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के समक्ष मौजूद चुनौतियों से निपटना आवश्यक है। उन्होंने यह बात रेखांकित की कि दोहा दौर और बाली मंत्रिस्तरीय बैठक में लिए गए निर्णयों को अभी तक लागू नहीं किया गया है। उन्होंने अल्पविकसित देशों के प्रति करुणामय दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत पर पुन: विशेष बल दिया।प्रधानमंत्री ने उपर्युक्त अनौपचारिक बैठक के लिए भारत के आमंत्रण पर उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया जताए जाने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह बहुपक्षवाद और डब्ल्यूटीओ के सिद्धांतों में वैश्विक विश्वास को दर्शाता है।वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री सुरेश प्रभु भी इस अवसर पर उपस्थित थे।