भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की क्षतिग्रस्त मूर्ति का शुद्धिकरण करने गए पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमला करने का आरोप लगाया है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा के साथ एक दिन पहले केओराटोला कब्रिस्तान में वाम छात्र संगठन के कुछ सदस्यों ने तोड़-फोड़ की थी और कालिख पोत दी थी। इस संबंध में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था।राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, "हमारे कार्यकर्ता वहां मुखर्जी की प्रतिमा का शांतिपूर्वक शुद्धिकरण करने और दूध व गंगाजल से साफ करने गए थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया और तृणमूल के गुंडों ने उनकी बुरी तरह पिटाई की।"उन्होंने कहा, "हम सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा इस तरह की कार्रवाई की आलोचना करते हैं। ममता बनर्जी सरकार को गुरुवार शाम तक प्रतिमा को सही किए जाने के संबंध में अवश्य बयान जारी करना चाहिए।"
घोष ने कहा कि पुलिस ने क्षतिग्रस्त प्रतिमा वाले क्षेत्र के पास निषेधात्मक आदेश जारी कर दिया है और गैरकानूनी तरीके से इकट्ठा होने के आरोप में 25 से 30 भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है, जबकि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को 'जाने दिया' गया।पुलिस ने कितने भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है, इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है।घटना के विरोध में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा रोके जाने तक घोष के नेतृत्व में लेक मॉल से रैली निकाली।भाजपा की महिला मोर्चा ने भी प्रतिमा के पास जाने देने को लेकर प्रदर्शन किया।घोष ने कहा, "हम शाम पांच बजे तक इस मुद्दे पर राज्य सरकार से बयान की मांग करते हैं, अन्यथा भाजपा सभी जिलों में श्यामा प्रसाद मुखर्जी के फोटो के साथ प्रदर्शन करेगी।"