भारत ने कप्तान विराट कोहली (नाबाद 160) के शतक और शिखर धवन (76) के अर्धशतक केबाद कुलदीप यादव तथा युजवेंद्र चहल के दम पर बुधवार को न्यूलैंड्स मैदान पर खेले गए मैच में मेजबान दक्षिण अफ्रीका को 124 रनों से हरा दिया। इसी के साथ भारत ने छह वनडे मैचों की सीरीज में 3-0 की बढ़त ले ली है। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पूरे 50 ओवर खेलने के बाद छह विकेट के नुकसान पर 303 रन बनाए थे। मेजबान टीम के बल्लेबाजों का बल्ला इस मैच में भी शांत रहा और पूरी टीम 40 ओवरों में 179 रनों पर पवेलियन लौट कर लगातार तीसरी हार को मजबूर हो गई। कुलदीप और चहल ने चार-चार विकेट लिए। जसप्रीत बुमराह को दो सफलताएं मिलीं। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से ज्यां पॉल ड्यूमिनी ने सबसे ज्यादा 51 रनों की पारी खेली। चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने उतरी मेजबान टीम को बुमराह ने दूसरे ओवर की पहली गेंद पर ही बड़ा झटका दे दिया। हाशिम अमला (1) एक के कुल स्कोर पर बुमराह की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए। हालांकि उनके जाने के बाद कप्तान एडिन मार्कराम (32) और ड्यूमिनी ने टीम को बखूबी संभाला। यह जोड़ी अच्छे से टीम के स्कोर बोर्ड को चला रही थी। स्कोर 79 था और तभी यह साझेदारी टूट गई।
शुरुआती दो वनडे मैचों में दक्षिण अफ्रीका की हार का प्रमुख कारण रही कुलदीप और युजवेंद्र की स्पिन जोड़ी ने एक बार फिर मेजबानों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। कुलदीप ने मार्कराम को महेंद्र सिंह धौनी के हाथों स्टम्पिंग करा दिया। चहल ने हेइनरिक क्लासेन को पदार्पण मैच में छह रन से आगे नहीं जाने दिया।अर्धशतक पूरा करने के बाद ड्यूमिनी भी विकेट पर टिक नहीं सके। वह 95 के कुल स्कोर पर चहल की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए। उन्होंने अपनी जुझारू पारी में 67 गेंदों पर चार चौके लगाए। अब मेजबान टीम की आखिरी उम्मीद डेविड मिलर (25) के रूप में बची थी जिन्हें बुमराह ने विकेट के पीछे धौनी के हाथों कैच करा भारत की जीत तय कर दी। यहां से कुलदीप और चहल ने क्रिस मौरिस (14), खाया जोंडो (17), आंदिले फुहलकवायो (3), इमरान ताहिर (8) और लुंगी नगिड़ी (6) के विकेट आपस में बांटते हुए भारत को जीत दिलाई।इससे पहले, भारतीय कप्तान कोहली ने बल्ले से अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए अपने वनडे करियर का 34वां शतक जड़ा। उन्होंने धवन के साथ दूसरे विकेट के लिए 140 रनों की साझेदारी की। धवन के आउट होने के बाद भारत ने कुछ विकेट लगातार खो दिए और लग रहा था कि मेहमान टीम बड़े स्कोर से महरूम रह जाएगी, लेकिन कप्तान ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया और एक छोर पर खड़े रहते हुए अपनी टीम को मजबूत स्कोर प्रदान किया।
कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 159 गेंदों का सामना किया और 12 चौकों के अलाव दो छक्के लगाए। कोहली ने धवन के जाने के बाद अपना शतक पूरा किया। यह कप्तान के तौर पर उनका 12वां शतक है। इसी के साथ वह सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। कोहली ने साथ ही इस मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे में अपने 1000 रन पूरे किए। टॉस जीतकर, बल्लेबाजी का आमंत्रण मिलने पर पहली पारी खेलने उतरी भारत को एक बार फिर अच्छी शुरुआत नहीं मिली। रोहित शर्मा बिना खाता खोले आउट हो गए, लेकिन इसके बाद कोहली और धवन की जोड़ी ने मेजबान टीम के गेंदबाजों को 24वें ओवर तक विकेट के लिए तरसा दिया। विकेट न मिलता देख दक्षिण अफ्रीकी कप्तान मार्कराम ने पार्ट टाइम गेंदबाज ड्यूमिनी को लगाया और उन्होंने धवन की पारी का अंत किया। धवन ने 63 गेंदें खेलीं और 12 चौके लगाए। अजिंक्य रहाणे (11) को भी ड्यूमिनी ने पवेलियन भेजा। हार्दिक पांड्या 14 रन ही बना सके और क्रिस मौरिस की गेंद पर विकेट के पीछे हेइनरिक क्लासेन के हाथों लपके गए। धौनी (10) भी कोहली का साथ नहीं दे सके और सीमा रेखा के पास आंदिले फेहुलकवायो के हाथों लपके गए। केदार जाधव एक रन ही बना सके। यहां से लगा कि भारत बड़ा स्कोर नहीं बना पाएगा, लेकिन कोहली ने भुवेश्वर कुमार (नाबाद 16) के साथ सातवें विकेट के लिए 67 रनों की साझेदारी कर भारत तो मजबूत स्कोर दिया।दक्षिण अफ्रीका के लिए ड्यूमिनी ने दो विकेट लिए। कागिसो राबादा, क्रिस मौरिस,आंदिले फेहलुकवायो, इमरान ताहिर को एक-एक सफलता मिली।