पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 24 दिसंबर को आनंदपुर साहिब में सिखों के दशम गुरू श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी के मनाए जाने वाले 350वें प्रकाश उत्सव संबंधी समारोहों के प्रबंधों की समीक्षा की।मुख्यमंत्री जो स्वयं इस समारोह में उपस्थित होंगे ने अपने कई कैबिनेट सहयोगियों और प्रमुख आधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के दौरान इस संबधी कई फ़ैसले लिए। उन्होंने श्री आनंदपुर साहिब और श्री गुरु गोबिन्द सिंह के जन्म स्थल तख्त श्री पटना साहिब में जाने वाले श्रद्धालुओं को सुविधांए प्रदान करने के लिए आधिकारियों को सभी प्रबंध करने के निर्देश दिये।24 और 25 दिसंबर को दो दिन के लिए खालसा विरासत म्युजिय़म में निशुल्क प्रवेश के अलावा सरकार ने अमृतसर, पटियाला और बठिंडा रेलवे स्टेशनों से 22 दिसंबर को पटना साहिब के लिए विशेष रेल गाड़ीयां चलाने का फ़ैसला किया है। प्रत्येक रेलगाड़ी में 1500 के करीब श्रद्धालु जाएंगे। इनमें सरकारी कर्मचारियों के अलावा डाक्टर और फार्मासिस्ट भी होंगे जो सफऱ करने वाले यात्रियों को सुविधांए प्रदान करेंगे। मीटिंग में लिए गए फ़ैसलों संबंधी आज एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि पटना साहिब स्टेशन से पटना साहिब गुरुद्वारा में श्रद्धालुओं को लेजाने और उनकी रिहायश के प्रबंध किये जा रहे हैं। प्रवक्ता ने आगे बताया कि पंजाब से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी प्रबंध करने के लिए पटना साहिब में एक आगामी पार्टी भेज दी है।
पंजाब में मुख्य समारोह आनंदपुर साहिब में होंगे। इस दौरान भाई बलदीप सिंह (क्लासिकल गुरबानी के कीर्तन) अपनी प्रस्तुति पेश करेंगे। उनके अलावा पंजाबी गायक गुरदास मान, प्रसिद्ध सिख स्कॉलर और संगीतकार डॉ. गुरनाम सिंह और पंजाबी कवि सुरजीत पातर भी अपनी प्रस्तुति पेश करेंगे। देस राज और पार्टी रागी ढाडी जत्था के बाद डॉ. निवेदता सिंह संकल्प संगीत की और राजन-साजन मिश्रा अपनी पेशकारी करेंगे। इसके अलावा इस अवसर पर अन्य कई प्रस्तुतीकरण होंगे। सिख स्कॉलर भाई अशोक सिंह बागडिय़ा और पंजाब यूनिवर्सिटी के इतिहास विभाग के पूर्व प्रमुख प्रो. इन्दु बंगा अपना भाषण देंगे।मुख्यमंत्री ने विधानसभा के स्पीकर को प्रोग्रामों के प्रबंधों का ख़ुद जायज़ा लेने के लिए कहा है जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के भी पहुंचने की उम्मीद है।प्रवक्ता के अनुसार इस अवसर पर प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी।समीक्षा बैठक में पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा कंवरपाल सिंह, स्थानीय निकाय संबंधी मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, तकनीकी शिक्षा मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रमुख सचिव सुरेश कुमार, मुख्य सचिव करन अवतार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव तेजवीर सिंह, डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस सुरेश अरोड़ा, डी.जी.पी. (कानून व्यवस्था) हरदीप सिंह ढिल्लों, मुख्यमंत्री के राजनैतिक सचिव कैप्टन संदीप संधू, प्रमुख सचिव खाद्य व सिविल आपूर्ति के.ए.पी. सिन्हा, सचिव पर्यटन व सांस्कृतिक मामले विकास प्रताप और रूपनगर के डिप्टी कमिश्नर गुरनीत कौर तेज शामिल थे।