पंजाब कांग्रेस के प्रधान और गुरदासपुर लोक सभा क्षेत्र से उम्मीदवार सुनील जाखड़ ने किसानों की कर्जा माफी के मुद्दे पर बादलों पर तीखा हमला करते कहा कि प्रकाश सिंह बादल ने अकाली सरकार बनने पर कर्जा माफ करने का वायदा किया था परन्तु सरकार बनने के बाद इस वायदे से पलटते हुये किसानों से सरासर धोखा किया।बटाला में वर्करें को संबोधन करते श्री जाखड़ ने नवंबर, 2006 के एक अखबार में छपी खबर का हवाला देते कहा कि प्रकाश सिंह बादल ने उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर खेती कर्जा माफ करने का वायदा किया था परन्तु लगातार दो बार सरकार बना लेने के बाद भी अकालियों ने किसानों को फूटी कौड़ी नहीं दी और अब वह किस मंूह से कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार की अलोचना कर रहे हैं।श्री जाखड़ ने कहा कि यदि बादल मानते हैं कि कर्जा माफी की दो लाख रुपए की राशि कम है तो फिर इनको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास पंजाब के किसानों का पक्ष रखने के लिए जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि चाहे अकाली सरकारी खजाने में दुआना भी नही छोड़कर गए परन्तु कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपना वायदा पूरा करते हुये 10.25 लाख किसानों का कर्जा माफ कर दिया जिन में 8.25 लाख किसानों के समूचे कर्जा माफ कर दिया है।
बाद में गुनिया और सिधंवा गांवों में वर्करों की मीटिंगों को संबोधित करते हुये श्री जाखड़ ने गुरदासपुर के लोगों को झूठे केसों में फंसाने के लिए अकालियों की तीखी आलोचना की जिस के विरोध में उन्होंने धरना भी दिया था। उन्होंने बादल के शासन दौरान बेअदबी की घटी बड़ी संख्या में घटनाओं पर भी चिंता व्यक्त की।श्री जाखड़ ने किसानों से लेकर गैर कानूनी खदानों की समस्याओं के संबंध में गुरदासपुर के विभिन्न उठाये मुददों को याद किया। उन्होंने कहा कि यदि गुरदासपुर के वासियों ने उनको सम्मान दिया तो वह इस संसदीय क्षेत्र के लोगों की आवाज को संसद में उठाएगें। उन्होंने कहा कि राज्य को उद्योग और अन्य विकास के कार्यो के लिए पैसे की बहुत अधिक जरूरत है। जिसके लिए इन मुददों को केन्द्र के पास उठाने और इनके लिए संघर्ष करने की जरूरत है। उन्होंने लोक सभा में प्रत्येक मुददे को उठाने का वायदा किया।एसवाईएल के मुददे का जिक्र करते हुये श्री जाखड़ ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री के तौर पर अपने गत शासन के दौरान किसानों के हितों की रक्षा के लिए टर्मीनेशन आफ एग्रीमैंटस एक्ट , 2004 लाये थे । उन्होंने कहा कि कांग्रेस समाज के सभी वर्गो के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह वचनबद्ध हे।बटाला में पीने वाले दूषित पानी के साथ 37 लोग के मारे जाने की घटना का जिक्र करते श्री जाखड़ ने कहा कि उन को अच्छी तरह याद है कि इस मसले पर न सिर्फ उन्होंने रोष धरना दिया था बल्कि इस को विधान सभा में भी उठाया था। उन्होंने वायदा किया कि संासद चुने जाने के बाद लोगों को पेश समस्याओं को संसद में उठाएगें।श्री जाखड़ ने कहा कि वह विरोधी पक्ष के नेता होने के बावजूद बादल के साथ प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह को मिलने गए थे क्योंकि मेरे लिए पंजाब के हित सब से पर हैं परन्तु बादलों ने अपनी सरकार समय पर फंड खर्च ने में कांग्रेसी विधायकों के क्षेत्रों से सरासर अन्याय किया।
श्री जाखड़ ने वर्करों के साथ वायदा किया कि जहाँ वह गुरदासपुर के लिए केंद्रीय ग्रांटों के लिए संघर्ष करेंगे, वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह जो उनको अपने 'लाडले के तौर पर सत्कार देते हैं, से भी क्षेत्र के विकास के लिए अतिरिक्त फंड लाएगें।बटाला और इस से पहले गुरदासपुर चुनाव कार्यालय में श्री जाखड़ ने भाजपा की जन विरोधी आर्थिक नीतियों और देश को सांप्रदायिक राह पर बाँटने की चालों की कड़ी आलोचना की। उन्होंने महँगाई खास तौर पर तेल की कीमतों में अनावश्यक वृद्धि और नोटबंदी के लिए केंद्र सरकार की सख्त निंदा की क्योंकि नोटबंदी के फैसले को लागू करने के साथ देश भर में 200 लोगों को मौत का मंूह देखना पड़ा।गुरदासपुर के चुनाव कार्यालय में ईसाई भाईचारे के लोगों को सम्बधित करते हुये श्री जाखड़ ने उनको मौजूदा हालत को ध्यान में रख कर अपनी वोट डालने का आहवान किया क्योंकि जो दिल्ली में बैठे भाजपा सरकार के हाकिम लोगों को कौन सा धर्मा अपनाने और क्या खाने -पहनने की पट्टियाँ पढ़ा रहे हैं।लोगों के साथ हुई प्रत्येक बेइन्साफी विरुद्ध आवाज बुलंद करने का प्रण लेते श्री जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस एक धर्म निष्पक्ष पार्टी है जबकि इस के विपरीत भाजपा समूचे देश की सांप्रदायिक सदभावना के लिए बड़ा खतरा है।कांग्रेसी उम्मीदवार ने मोदी सरकार द्वारा आटे पर थौपे गये जीएसटी की भी तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश शासन को दौरान भी आटे पर कोई टैक्स नही था।इस मीटिंग में विधायक प्रगट सिंह, बरिन्दरमीत सिंह पाहड़ा और फतेहजंग बाजवा भी उपस्थित थे जबकि बटाला में कांग्रेसी नेता और पूर्व विधायक अश्वनी सेखड़ी ने श्री जाखड़ को उम्मीदवार बनाने के फैसले की सराहना की। ईसाई भाईचारे के सदस्यों के साथ मींटिग के मौके विधायक सुखबिन्दर सिंह सुख सरकारिया भी उपस्थित थे।