पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंन्दर सिंह ने आज दोपहर के खाने पर स्टील के विश्व प्रसिद्ध कारोबारी लक्ष्मी मित्तल के साथ मुलाकात की जिस दौरान सूबे में कई उद्यमों के अलावा संगरूर में पैट्रोकैमिकल इंडस्ट्री के लिए प्रोजेक्ट स्थापित करने संबंधी विचार -चर्चा की गई।एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि पिछले दो महीनों में मुख्यमंत्री की श्री मित्तल के साथ यह दूसरी मीटिंग है और दोनों ने मित्तल की स्वामित्व वाली विश्व की सब से बड़ी स्टील कंपनी आरसीलौर मित्तल का पंजाब में निवेश बढ़ाने प्रति विभिंन कदमों बारे सहमति प्रकट की।आज की मुलाकात दौरान बठिंडा में 20 हजार करोड़ रुपए की लागत से स्थापित किये जाने वाले पैट्रोकैमिकल प्लांट के प्रस्ताव पर भी विचार विमर्श किया गया। बठिंडा में कंपनी द्वारा पहले ही पैट्रोलियम रिफायनरी स्थापित की हुई है। इस प्रोजेक्ट के साथ जहाँ बड़े स्तर पर रोजगार के मौके पैदा होंगे, वहीं सूबे के राजस्व में भी विस्तार होगा।श्री मित्तल ने पैट्रोकैमिकल उद्योग की महत्ता पर जोर देते इसे औद्योगिक विकास का अहम स्रोत बताया और साथ ही मुख्यमंत्री को सरकार की तरफ से बुनियादी ढांचे के लिए सहयोग की अपील की। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने श्री मित्तल को भरोसा दिया कि व्यापार और औद्योगिक विकास के लिए उनकी सरकार सूबे में बुनियादी ढांचा और अन्य सुविधां देने में पूरी मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने कारोबार को सरल बनाने के लिए उनकी सरकार द्वारा उठाये गए कदमों का जिक्र करते बताया कि जल्दी ही नयी औद्योगिक नीति लाई जा रही है जिस के साथ सूबे में औद्योगिक विकास को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा।मुख्यमंत्री और स्टील उद्योगपति ने जनतक -प्राईवेट हिस्सेदारी के द्वारा बठिंडा में एक करोड़ रुपए से ले कर 200 करोड़ रुपए तक दे निवेश के साथ सहायक औद्योगिक यूनिट स्थापित करने के लिए पहले की गई विचार -चर्चा को आगे बढ़ाया जिस के साथ क्षेत्र में औद्योगिक विकास को ओर उत्साह मिलेगा।श्री मित्तल की कंपनी द्वारा से बठिंडा में रिफायनरी की समर्था बढ़ाने के लिए 22 हजार करोड़ रुपए की लागत वाला प्रोजेक्ट पहले ही शुरू किया हुआ है जबकि कंपनी द्वारा प्लास्टिक की मैनुफैक्चरिंग के लिए प्रारभिंक कच्चा माल पैदा करने के लिए नेप्था करैकर यूनिट की स्थापना प्रक्रिया अधीन है।श्री मित्तल ने कहा कि उनकी कंपनी पंजाब में ओर निवेश करने की इच्छुक है क्यों जो वह कांग्रेस सरकार बनने के बाद बदले माहौल के मद्देनजर औद्योगिक विकास की अथाह समर्था देखते हैं।