ट्राईसिटी के सबसे ज्यादा सुने जाने वाले एफ एम स्टेशन 92.7 बिग एफएम की तरफ से शुरु किए गए बिग गोल्डन वायस जूनियर 2017 का आज शानदार ग्रैंड फाइनल नार्थ कंट्री माल मोहाली में संपन्न हुआ। बिग एफएम ने इस कार्यक्रम का आयोजन सिटी आफ ड्रीम एसबीपी ग्रुप के साथ मिलकर किया था जिसको शहरवासियों से जबर्दस्त रिस्पांस मिला। अपने बच्चों को इस प्रतियोगिता में हिस्सा दिलाने के लिए अभिभावकों की जैसे होड़ लग गई और शो में अपने बच्चों को हिस्सा दिलाने के लिए वे उत्साहित दिखे।बिग गोल्डन वायस जूनियर 2017 ने 6 से 14 साल के बीच के प्रतिभाशाली बच्चों को पहचानने में मदद की। बच्चों को चयन उनके गाने, सुर, ताल, भाव भंगिमाएं, उच्चारण, व उनके ओवर आल इंपेक्ट के आधार पर किया गया। बिग गोल्डन वायस ने बच्चों को अपनी प्रतिभा को दिखाने का न सिर्फ मौका दिया उन्हें भविष्य के उभरते सितारे के रुप में स्थापित करने का भी अवसर प्रदान किया। गोल्डन वायस जूनियर में अगले पड़ाव तक बच्चे कड़ी प्रतियोगिता के दौर से गुजरते हुए फाइनल तक पहुंचे। इसका आडिशंस ट्राइसिटी के कई स्कूलों, अकादमियों व सोसाइटीज में हुए बिग एफएम की टीम ने टाप 15 बच्चों को फाइनल के लिए चुना।
जिन टाप 15 बच्चों का चयन किया गया उनमें पवितजोत, खुशप्रीत, जशन, आयेरा, निगेला, सान्या, यज्ञा, येशा, दिव्यम, युवराज, अवेशा, संगकर्शन, अर्शवीर, रणवीर, व ग्रुप सांग में अजीत करम सिंह स्कूल की टीम शामिल थी।एक कड़े मुकाबले में सेलेब्रेटी आरजे अभिमन्यु ने म्यूजिक इंस्ट्रक्टर रोहित के साथ फाइनलिस्ट का चयन किया। कारमेल कान्वेंट स्कूल की छात्रा 10 साल की जीरकपुर में रहने वाली आयेरा को बिग गोल्डन वायस जूनियर का विजेता चुना गया और चंडीगढ़ के 10 साल के सेंट कबीर स्कूल के छात्र पवितजोत फस्र्ट रनर अप रहे । यहाँ से चुने गए प्रतिभागी को मुंबई में होने वाले राष्ट्रीय फाइनल में गाने का मौका दिया जाएगा। इस मौके पर रोहित ने कहा है कि वे इस प्रतियोगिता के फाइनल में बतौर जज हिस्सा लेकर आज बहुत ही खुश हैं। उन्होंने कहा कि वे बच्चों के परफारमेंस को देखकर बहुत ही खुश हैं और वे ट्राईसिटीवासियों का इस कार्यक्रम में सहयोग देने के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं। इस पहल पर टिप्पणी करते हुए बिग एफएम के प्रवक्ता ने कहा है कि समाज के लिए हम इस तरह की प्रतियोगितों का करने के लिए प्रतिबद्ध है। बच्चों को गाते हुए देखना बहुत ही आनंददायक है। बिग गोल्डन वायस जूनियर जैसे अवसर न सिर्फ युवाओं में टैलेंट को बढ़ावा देने में मदद करते है बल्कि श्रोताओं के लिए बहुत ही ताजातरीन आवाज देने में मदद करते है। आरजे अंशु ने इस कार्यक्रम का संचालन किया।