स्थानीय निकाय विभाग, पंजाब द्वारा वर्ष 2015 में की गई भर्ती के पेपर लीक करवाने वाले आरोपियों शिव कुमार बहादुर और संजय कुमार श्री वास्तवा को पंजाब विजीलैंस ब्यूरों ने उनके साथी सैलेश कुमार सहित गिरफतार करने में सफलता हासिल की है। संजय कुमार श्री वास्तव ‘मास्टर जी’ और ‘गुरू जी’ के तौर पर मशहूर है और उसको मिथलेश पांडे के तौर पर भी जाना जाता है।आज यहां विजीलैंस पुलिस थाना फलाइंग स्कवॉड 1 में प्रैस कान्फ्रेंस के दौरान इसका खुलासा करते हुये विजीलैंस विभाग के निदेशक श्री जी नागेशवर राव ने बताया कि स्थानीय निकाय विभाग, पंजाब द्वारा वर्ष 2015 में म्यूनिसपल कार्पोरेशन, म्यूनिसपल काउंसिल, नगर पंचायतें और नगर सुधार ट्रस्ट के लिये अस्सिटैंट कार्पोरेशन इंजीनियर (सिविल), अस्सिटैंट म्यूनिसपल इंजीनियर (सिविल), सब-डिवीज़नल इंजीनियर (सिविल) के लिये 18 नवंबर, 2015 और 15 नवंबर 2015 को ली गई परीक्षा के पेपर लीक होने का मामला सामने आया था। पंजाब विजीलैंस ब्यूरों द्वारा आरम्भिक जांच के पश्चात 6 अप्रैल, 2016 को इस संबंधी मुकद्दमा दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि इस मुकद्दमे की तफतीश के दौरान पनसप और पूड्डा विभागों में भी 2015 की भर्ती के दौरान पेपर लीक होने का मामला सामने आया।
इस मामले संबंधी और जानकारी देते हुये श्री राव ने बताया कि जांच के दौरान पता लगा कि यह पेपर मास्टर जी उर्फ गुरू जी द्वारा मोटी रकमों के बदले लखनऊ में लीक किये जाते थे और वहीं ही तैयारी क रवाई जाती थी। इस पश्चात शिव कुमार बहादर पुत्र उमा शंकर निवासी बिंदवासनी नगर, वाराणसी और सैलेश कुमार पुत्र हरिंदर सिंह निवासी बहेरा जिला आज़मगढ़ के गिरफतार होने के कारण आगामी जांच के दौरान पता लगा कि गुरू जी का असल नाम संजय कुमार श्री वास्तव पुत्र मुन्नी लाल है और वह उजाला अपार्टमैंट सैक्टर 20, इंदिरा नगर लखनऊ का निवासी है। इस पश्चात पंजाब विजीलैंस ब्यूरो के मुख्य निदेशक श्री वी के उप्पल द्वारा गुरू जी की गिरफतारी के लिये इंस्पैक्टर सतवंत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में विजीलैंस की एक टीम गठित की गई। विजीलैंस की इस टीम ने अदालत से गिरफतारी वारंट हासिल करने के पश्चात गुरू जी को 16 मई, 2017 को लखनऊ से गिरफतार कर लिया।यह वर्णनीय है कि यह दोषी चंडीगढ़ पुलिस द्वारा ईटीटी/जेबीटी के पेपर लीक करने संबंधी मुकद्दमें में भी वांछित हैं।