गरीबी रेखा से नीचे रह रहे नागरिकों का आर्थिक स्तर मज़बूत करने के लिये केंद्र, राज्य सरकारों और अन्य समाजसेवी संस्थानों को सुहृदय प्रयास करने की जरूरत है। पंजाब के ग्रामीण विकास तथा पंचायत मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने यह प्रगटावा आज यहां सैक्टर 22 के रीज़नल इंस्टीच्यूट ऑफ कौऑपरेटिव मैनेज़मैंट में राज्य स्तरीय कान्फ्रेंस ‘स्टेट रूरल लाइवलीहुड मिशन’ की तीन दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन करते हुये किया। स. बाजवा ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि पंजाब सरकार द्वारा गरीबी के खात्में के लिये विभिन्न समाज कल्याण योजनांए चलाई जा रहीं हैं और जिनके सार्थक परिणाम सामने आने यकीनी हैं। उन्होंने कहा कि गरीबी रेखा से नीचे रह रहे लोगों की आर्थिक स्थिति मज़बूत करने के लिये सरकारों के साथ-साथ समाज सेवी संसथाओं को भी और अधिक प्रयास करने की जरूरत है।स. बाजवा ने कल्याण स्कीमों का प्रचार और सुचारू ढंग से करने का आहृवान करते हुये कहा कि गरीबी के खात्में के लिये केंद्र एवं राज्य सरकार की आपसी भागेदारी से चलाई जा रही स्कीमों के आरम्भिक परिणाम चाहे उत्साहजनक हैं किंतु इन योजनाओं को सुहृदयता से लागू करने के लिये और प्रयास आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों की आर्थिकता में सुधार लाने के लिये सेल्फ हेल्प ग्रुप बहुत बड़ी भूमिका अदा कर सकते हैं।संयुक्त निदेशक-कम-आयुक्त मगनरेगा श्रीमती आनंदिता मित्रा ने कहा कि एन आर एल एम स्कीम राज्य के 22 जिलों के 35 ब्लॉकों में चल रही है और चालू वित्तीय वर्ष के दौरान 5 नये ब्लॉक शामिल किये गये हैं। उन्होंने कहा कि इस स्कीम अधीन पंजाब में 4012 सेल्फ हेल्प ग्रुप कार्य कर रहें हैं और इन सेल्फ हेल्प ग्रुपों को 1,10,000 रुपये प्रति ग्रुप अपना कार्य आरंभ करने के लिये मुहैया करवाये गये हैं जिस स्वरूप गरीब ग्रामीण महिलाओं की आर्थिकता को बहुत बड़ा प्रौत्साहन मिला है।