केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को जम्मू एवं कश्मीर के विपक्षी दलों पर जम्मू में विदेशियों को बसाने का आरोप लगाया। डोडा जिले में भारतीय जनता पार्टी के राज्य कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से लोगों के पास जाकर नरेंद्र मोदी सरकार में जम्मू एवं कश्मीर में हुए विकास कार्यो के बारे में बताने को कहा, जिससे लोग बीते 60 सालों में क्या विकास हुआ इसकी तुलना कर सकें और सिर्फ तीन सालों में क्या संभव किया गया है।उन्होंने विपक्षी नेताओं पर चुनावों के मद्देनजर विदेशियों रोंहिग्या और बांग्लादेशियों को जम्मू में बसाने का आरोप लगाया।उन्होंने कहा, "यह विडंबना है कि जम्मू के नेता जो सालों से कश्मीर केंद्रित अपने मालिकों के इशारे पर काम कर रहे हैं, वे सत्ता से बाहर होने पर अचानक से भाजपा के योगदान के बारे में सवाल कर रहे हैं।"
जम्मू में मोदी सरकार के सिर्फ तीन सालों में परियोजनाओं की लंबी सूची गिनाते हुए सिंह ने जम्मू में आईआईटी, एम्स और आईआईएम का जिक्र किया। साथ ही कठुआ में इंजीनियरिंग कॉलेज और कठुआ और डोडा में मेडिकल कॉलेज की मंजूरी, लखनपुर में अंतरराज्यीय कीडियन-गदयेल पुल, कठुआ में गति के पास उत्तर भारत का पहला बॉयोटेक पार्क, उधमपुर में एक पासपोर्ट केंद्र और कटरा दिल्ली एक्सप्रेसवे और बशोली-डोडा चंद्रगल्ला सुरंग को मंजूरी का भी संदर्भ दिया। भाजपा पर धर्म के नाम पर 'ध्रुवीकरण' का आरोप लगाने वालों पर उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने विकास के नाम पर ध्रुवीकरण किया है, जिसके तहत सभी धर्म के लोगों ने हाल के हुए चुनावों में वोट दिया है।